जुगसलाई में सबसे बड़ी है जामा मस्जिद
जुगसलाई की सबसे बड़ी मस्जिद के नाम से जामा मस्जिद की पहचान है।
जमशेदपुर : जुगसलाई की सबसे बड़ी मस्जिद के नाम से जामा मस्जिद की पहचान है। जामा मस्जिद जुगसलाई के सदस्य अब्दुल रसीद भट्ट ने बताया कि जुगसलाई की जामा मस्जिद जमशेदपुर की पहली जामा मस्जिद है। यह काफी मशहूर व पुरानी मस्जिद है। अनुमानित वर्ष 1920 में इसकी संग-ए-बुनियाद रखी गई थी। मस्जिद के नए तरीके से बुनियाद 1969 में रखी गई। इसकी कमेटी में सदर अल्हाज मो. आबिद हुसैन, नायब सदर अब्दुल वहाब, सचिव मो. जुबैर अली, सदस्य अब्दुल रसीद भट्ट, मो. यासीन गददी, मो. इस्हाक, मो.शहाबुद्दी, अब्दुल रहमान, मो. मंजूर हैं। एक बार में इस मस्जिद में लगभग 2000 से अधिक लोग नमाज अदा करते हैं। इसमें 34 लोग वजू कर सकते हैं। मस्जिद में काम चल रहा है। रंग-रोगन का काम लगभग दो साल पर कमेटी की ओर से कराया है। पेश इमाम हाफिज बसारत हुसैन पिछले 20 सालों से नमाज पढ़ा रहे हैं। मोअज्जिन हाफिज मंजूर व खादिम बाबू खां भी मस्जिद में सेवा पिछले कई वर्षो से दे रहे हैं। जामा मस्जिद जुगसलाई में लगातार 53 सालों तक पेश इमाम के रूप में मरहुम कारी मो. हुसैन मिसबाही नमाज पढ़ा चुके हैं। जो इस मस्जिद के लिए गौरव की बात रही है। फिलहाल तरावीह की नमाज मानगो के रोड नंबर-12 स्थित मरकजी दारूल करअत के कारी नेशार पढ़ा रहे हैं।