बिना सेट टॉप बॉक्स नहीं दिखेंगे सास-बहू के झगड़े
नंबर गेम -60 हजार घरों में अबतक नहीं लगाए जा सके हैं सेट टॉप बॉक्स - 31 मार्च तक भारतीय
नंबर गेम
-60 हजार घरों में अबतक नहीं लगाए जा सके हैं सेट टॉप बॉक्स
- 31 मार्च तक भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकार ने दिया था समय
-10 अप्रैल को पत्र पहुंचने के बाद केबल ऑपरेटरों को जारी हुआ नोटिस
-85 फीसद उपभोक्ताओं के घरों में कदमा में लगाए जा चुके हैं बॉक्स
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जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : हजारों घरों में लोग टीवी पर अपने पसंदीदा कार्यक्रम नहीं देख पा रहे हैं। अब बिना सेट टॉप बॉक्स के कोई भी चैनल नहीं देखा जा सकता। जमशेदपुर में लगभग सभी केबुल आपरेटरों ने इस पर अमल करना भी शुरू कर दिया है। जिन घरों में सेट टॉप बॉक्स नहीं लगाया है उनके घरों में प्रसारण नहीं आ रहा है। जमशेदपुर में करीब दो लाख से अधिक उपभोक्ता हैं जो स्थानीय केबुल आपरेटरों से जुड़े है। आपरेटरों की माने तो तीस फीसद घरों में अब तक सेट टॉप बॉक्स नहीं लगे हैं। ऐसे में साफ है कि करीब 60 हजार घरों में सेट टॉप बॉक्स नहीं लगे हैं।
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकार (ट्राई) ने 31 मार्च तक सभी केबुल आपरेटरों को निर्देशित किया था कि वे अपने उपभोक्ताओं के घर में सेट टॉप बॉक्स लगा दें। बिना सेट टॉप बॉक्स के किसी भी चैनल का प्रसारण नहीं होगा। इसके बावजूद जमशेदपुर में इसका प्रसारण हो रहा था।
ट्राई का पत्र जिला जनसंपर्क पदाधिकारी के कार्यालय में दस अप्रैल को पहुंचा। इसके बाद जनसंपर्क पदाधिकारी ने जमशेदपुर के सभी केबुल आपरेटरों को नोटिस जारी करते हुए यह जानना चाहा कि उन्होंने ट्राई के आदेश का पालन किया या नहीं। इसके बाद ज्यादातर आपरेटरों ने बिना सेट टॉप बाक्स वाले सिस्टम को बंद कर दिया है।
एससीसीएन के निदेशक हलीम का कहना है कि 30 हजार उपभोक्ता अभी चैनल नहीं देख पा रहे हैं। बिना सेट टॉप बॉक्स अब काम नहीं चलने वाला है। इसके लिए उपभोक्ता को 12 सौ रुपये खर्च करने होंगे। वहीं कदमा क्षेत्र के आपरेटर गुड्डू गुप्ता का कहना है कि उनके 85 फीसद उपभोक्ताओं के घरों में सेट टॉप बॉक्स लग गया है।