ऑनलाइन गेम्स से खराब हो रही सेहत
ऑनलाइन गेम्स से सेहत खराब हो रही है। हमें पता ही नही चलता कि हम कैसे इसके नकारात्मक प्रभाव से ग्रसित होते जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : ऑनलाइन गेम्स से सेहत खराब हो रही है। हमें पता ही नही चलता क्योंकि ऑनलाइन गेम्स में इतने उलझे रहते हैं कि इसके नकारात्मक असर के प्रति उदासीनता बनी रहती है। बच्चे और बड़े दोनो घटो इसे खेलते रहते है। ब्लू व्हेल, मोमो चैलेंज, पोकेमोन गो जैसे ऑनलाइन गेम्स के कारण कई बच्चों को जान तक गंवानी पड़ी है। यह बातें नरभेराम हंसराज इंग्लिश स्कूल में साइबर सेफ्टी पर आयोजित कार्यशाला में बुधवार को साइबर विशेषज्ञ विनीत कुमार ने कही। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन गेम्स तो वैसे भी सेहत के लिए अच्छा नहीं हैं। इसका दूसरा नकारात्मक पहलू यह भी है कि इन ऑनलाइन गेम्स के माध्यम से क्रैकर्स या साइबर अपराधी हमारी निजी जानकारियों को हासिल कर लेते है और उसका दुरूपयोग करते है, जो हमारे लिए जानलेवा भी हो सकती है। कार्यशाला में साइबर पीस फाउंडेशन के साईबर विशेषज्ञ विक्रम कुमार और नितीश चंदन ने इंटरनेट व सोशल मीडिया के सही उपयोग की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया उपयोगी भी है बशर्ते इस बात को समझते हुए हम इसका उतना ही उपयोग करें जितना जरूरी है। इस दौरान विभिन्न सोशल साइट्स के उपयोग के दौरान अपनी सुरक्षा करने, फेक न्यूज व अफवाहों की पहचान करने इत्यादि जैसे कई अहम विषयों पर विस्तार से चर्चा की। नरभेराम इंग्लिश स्कूल की प्राचार्या पारोमिता राय चौधरी ने साइबर जागरूकता बढ़ाने के प्रयास को सराहनीय बताया। विद्यालय के बच्चे कार्यशाला में भाग लेकर काफी उत्साहित दिखे। इस दौरान मधु मनचंदानी, मंजू वर्मा, सुजाता राय एवं कई शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। वही कल्पवृक्ष फाउंडेशन के निदेशक तारकनाथ दास, प्रसून उपाध्याय, तरुण कुमार, अर्पिता महतो, किरण कुमार आदि भी उपस्थित थे।