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साइबर अपराधी कहीं उड़ा न ले जाएं आपकी दौलत

पूर्वी सिंहभूम जिले में साइबर क्राइम की घटनाएं पूरी तरह से पांव पसार चुकी हैं। हर कोई परेशान है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 07:00 AM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 07:00 AM (IST)
साइबर अपराधी कहीं उड़ा न ले जाएं आपकी दौलत
साइबर अपराधी कहीं उड़ा न ले जाएं आपकी दौलत

जेएनएन, जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले में साइबर क्राइम की घटनाएं पूरी तरह से पांव पसार चुकी हैं। हर दिन कोई न कोई घटना सामने आ रही है। यह अगल बात है कि अधिकतर मामले साइबर थाने में दर्ज नहीं हो पा रहे हैं। थाने का चक्कर काटने और डूबी हुई रकम मिलने की कोई गारंटी नहीं होने के कारण पीड़ित मामला ही दर्ज नहीं कराते हैं। चकमा देकर एटीएम बदल देने और बैंक खाते से रुपये निकाल लेने की घटनाएं यहां सबसे अधिक हो रही हैं। हां, ऑनलाइन ठगी के मामलों में भी यह शहर पीछे नहीं है। दर्जनों ऐसे पुराने मामले अब भी पुलिस संचिका में जांच की बांट जोह रहे हैं। साइबर क्राइम के मामलों में पुलिस बहुत कम मामलों में अपराधी तक पहुंच पाती है। वजह विशेषज्ञता का अभाव भी है।

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पहले जिले में साइबर अपराध के मामले थानों में ही दर्ज होते थे। जब घटनाएं तेजी से बढ़ने लगीं तो साइबर थाने की जरूरत महसूस हुई। काफी मशक्कत के बाद यहां बिष्टुपुर थाना परिसर में साइबर थाने की नींव एक मार्च को रखी गई। अबतक इस थाने में बीस मामले ही दर्ज हुए हैं। वैसे बीते तीन वर्षो में जिले में साइबर अपराध के 329 मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस रिकार्ड के अनुसार, यहां लॉटरी निकलने पर पुरस्कार देने के बहाने, दवा बिक्री कर अमीर बनाने का झांसा देकर बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर करा लेने, एटीएम पासवर्ड और ओटीपी नंबर की जानकारी हासिल कर रुपये की निकासी कर लेने संबंधी मामले अधिक घटित हुए हैं। कुछ चर्चित मामले

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पूर्वी सिंहभूम में कई

राज्यों के ठग सक्रिय

सोनारी संगम बिहार के उद्यमी प्रमोद सिंह का खाता हैककर 50 लाख रुपये उड़ा लिए गए थे। घटना सितंबर 2017 की है। इस मामले में पटना से राजीव रंजन व कहकशां परवीन व राजस्थान से मातादीन सिंह शिकरवाल उर्फ रामवीर सिंह परमार की गिरफ्तारी हुई थी। सरगना लखीसराय जिले का आकिब खान अबतक फरार है। लाटरी जीतने व बीज बेचने

का लालच देकर उड़ाए पैसे

इसी तरह कदमा विजया हेरिटेज निवासी श्यामल बोस को लॉटरी में ढाई करोड़ रुपये निकलने का झांसा देकर 36 लाख रुपये की ठगी कर ली गई थी। फेसबुक के जरिए ठगी करनेवालों ने श्यामल को बताया कि चार लाख यूएस डॉलर लॉटरी आप जीत गए हैं। एंड्रियो मारियो व पार्कर हुड़सन नाम बताकर 24 मई 2018 को फोन किया गया। कहा गया कि रुपये बैंक ड्राफ्ट के जरिए दिए जाएंगे। कुछ दिन बाद कहा गया कि ड्राफ्ट लेकर दिल्ली आ गए हैं। उनका बैंक ड्राफ्ट बैंक ऑफ अमेरिका में डाला जाएगा। फंड ट्रांसफर के नाम पर 39 हजार डालने को कहा गया। श्यामल ने एसबीआइ से रुपये तुरंत ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद खाता खोलने व अन्य कार्य के लिए बड़ी रकम ट्रांसफर करा लिए गए। इसी तरह कदमा विजया हेरिटेज के एक व्यक्ति को नाइजीरिया के ठग गिरोह ने बीज बेचने के नाम पर लाखों की ठगी कर ली थी। अधिकारी बनकर कई

लोगों को ठगता रहा

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बागबेड़ा थाना क्षेत्र के गाढ़ाबासा निवासी रंजन उर्फ आकाश मिश्रा को बीते सप्ताह पुलिस ने गिरफ्तार किया। वह मूलरूप से बिहार के गया जिले का रहने वाला है। वह मुख्य सचिव, कुलपति और डीएम बन कर कई इंजीनियर और अधिकारियों को ठग चुका है। उसके निशाने पर अधिकारी ही होते थे। अफसर बनकर फोन करता और अपने बैंक खाते में आनलाइन रुपये जमा करा लेता था।

---------------- ऐसे रहें ऑनलाइन सुरक्षित

----------------- डाउनलोड करते

समय सतर्क रहें

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अक्सर आपने वेबपेज खोलते समय एक संदेश देखा होगा कि कंप्यूटर वायरस से प्रभावित हो चुका है। इसे बचने के लिए तुरंत एंटीवायरस डाउनलोड करें। अपने सिस्टम को स्कैन करें। इस संदेश पर कभी क्लिक न करें। फिल्में, फाइलें, गाने आदि को डाउनलोड करते समय ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। हमेशा अपडेट रहें

हम ब्राउजर व एंटीवायरस सॉफ्टवेयर को अपडेट नहीं करते हैं, कभी कभी हम करते हैं पर लंबे समय तक ऐसा न करने से इस पर काफी प्रभाव पड़ता है। साथ ही पुराने सॉफ्टवेयर वर्जन में समस्याएं आ जाती हैं, जिस कारण वह मालवेयर, एडवेयर और वायरस को पहचान नहीं पाते। इसका फायदा साइबर अपराधी उठा लेते हैं। सो अपने ब्राउजर और एंटीवायरस सॉफ्टवेयर को हमेशा अपडेट करते रहें। विश्वसनीय साइट से ही

सॉफ्टवेर डाउनलोड करें

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यदि कोई सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करने के लिए किसी ऐसी साइट का प्रयोग करते हैं, जो आपको एक के बदले चार एप्लीकेशन बंडल के रूप में दे रहा हो तो उससे सावधान रहना बेहद जरूरी है। संभव हो तो ऐसी साइट से कोई भी एप्लीकेश डाउनालोड करने से बचें। परहेज करने से ही आप ऑनलाइन सुरक्षित रह सकते हैं। अगर आपने गलती से कोई एप्लीकेशन डाउनालोड कर लिया है और आपके कंप्यूटर पर कुछ गलत प्रभाव पड़ रहा है तो एप्लीकेशन को शीघ्र अनइस्टाल कर दें। अनावश्यक ऐड-ऑन को

डिसएबल करके रखें

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अगर आप देखते हैं कि आपके ब्राउजर में कुछ ऐसी गतिविधियां हो रही हैं, जो आपकी जानकारी में भी नहीं हैं तो सबसे पहले देखें कि सिस्टम में डाउनलोड किए बिना कुछ ऐड-ऑन तो नहीं हो रहा। अगर ऐसा हो रहा है तो सतर्क हो जाएं। सबसे पहले ऐसे ऐड-ऑन को डिसेबल या रिमूव करें। क्रोम ब्राउजर में ऐड-ऑन चेक करने के लिए सेंटिग्स-एक्सटेंशन में जाएं और वहां सभी ऐड-ऑन को चेक करें। यहां अगर आपको कोई ऐड-ऑन दिखाई देता है तो उसे उसी समय डिलीट कर दें। एंटी-वायरस डाउनलोड करें

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अगर आप चाहते हैं कि आपका पीसी या लैपटॉप, मोबाइल या टैब हमेशा वायरस, मालवेयर आदि से सुरक्षित रहे तो हमेशा कोशिश करें कि आपके सिस्टम में एक बढि़या एंटी-वायरस हो। आप डाउनलोड भी कर सकते हैं। पर ध्यान रखने वाली बात यह है कि आप अपने सिस्टम को समय समय स्कैन करते रहे।


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