13 दिनों से पोस्टमार्टम हाउस के शीतगृह में पड़ी है लाश
महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज स्थित पोस्टमार्टम हाउस के शीतगृह में 13 दिनों से लावारिस शव को रखा गया है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज स्थित पोस्टमार्टम हाउस के शीतगृह में 13 दिनों से लावारिस शव को रखा गया है। विडंबना यह है कि एक शव 13 दिनों से रखा गया है जबकि दूसरा शव का 10 दिनों से। दोनों ही लावारिस शवों का अब तक पहचान नहीं हुआ है। जिसके कारण दाह संस्कार भी नहीं हो सका।
संभावना जतायी जा रही थी कि साकची थाना अंतर्गत गरमनाला रोड में पीपल के पेड़ पर 8 नवंबर 2018 को फांसी लगाकर जान देने वाले युवक का कोई परिजन सामने आएगा, लेकिन कोई सामने नहीं आया। जबकि इससे पूर्व भी साकची थाना परिसर के जर्जर क्वार्टर के शौचालय में 4 नवंबर को सड़ा-गला शव बरामद किया गया था। तमाम कोशिशों के बावजूद पुलिस को पता नहीं चला कि दोनों शव किसका है। हालात तो यह है कि पुलिस अब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं ली है, ताकि पता चल सके कि मामला हत्या है या आत्महत्या का। क्या है नियम
किसी भी लावारिस शव का पोस्टमार्टम कराने से पूर्व पुलिस कई एंगल से उसकी तस्वीर लेती है, और उसे प्रचार-प्रसार करती है ताकि मृतक का कोई परिजन सामने आ सके। यदि कोई परिजन सामने नहीं आता है तब पुलिस पोस्टमार्टम कराकर शव को 72 घंटे तक रखती है। जब 72 घंटे तक शव का पहचान नहीं हो पाता तब उसका दाह संस्कार कर दिया जाता है। यहां पुलिस की लापरवाही का ही एक उदाहरण है कि पोस्टमार्टम के 13 दिन बीत जाने के बावजूद शव का दाह संस्कार नहीं किया गया। इस संबंध में जब साकची थाना प्रभारी मदन कुमार शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि दोनों शव का दाह संस्कार करा दिया जाएगा।