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शिक्षक की नौकरी देने के नाम पर लाखों का फर्जीवाड़ा

बहरागोड़ा और बड़शोल के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को अटल ग्रामीण योजना नामक संस्था द्वारा शिक्षक की नौकरी देने का प्रलोभन देकर लाखों रुपये ठगने का मामला प्रकाश में आया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 12:35 AM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 06:19 AM (IST)
शिक्षक की नौकरी देने के नाम पर लाखों का फर्जीवाड़ा
शिक्षक की नौकरी देने के नाम पर लाखों का फर्जीवाड़ा

संवाद सूत्र, बहरागोड़ा : बहरागोड़ा और बड़शोल के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को अटल ग्रामीण योजना नामक संस्था द्वारा शिक्षक की नौकरी देने का प्रलोभन देकर लाखों रुपये ठगने का मामला प्रकाश में आया है। मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित महिलाएं संस्था के बहरागोड़ा स्थित कार्यालय पहुंचीं। वहां पहुंचने पर उक्त संस्था का कार्यालय बंद मिला तो महिलाएं चितित हो गई। हताश महिलाएं विधायक समीर महंती के पहुंची। उन्हें पूरी जानकारी देते हुए न्याय की गुहार लगाई। महिलाओं की

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समस्या को सुन तत्काल विधायक समीर महंती ने नवोदय स्कूल के सामने गेस्ट हाउस में महिलाओं संग बैठक कर मामले की जानकारी ली। बैठक में समीर महंती ने कहा पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर फर्जीवाड़ा बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संस्था के प्रभारी अरुण श्रीवास्तव को फोन पर डांट फटकार लगाते हुए कहा कि अगर 23 जनवरी तक इन सभी महिलाओं का भुगतान चालू नहीं किया गया तो 25 जनवरी को डीसी से मिलकर मामला दर्ज कराएंगे।

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पैसे देने वालों में मीनू रानी माइती 40,000, प्रदीप दलाई 20,000, अमलेन्दू बेरा 20,000, अनुकूल साहू 20,000, अर्धेदु पाल 20,000, तारावती साहू 6600, प्रीति दास 10,000, पुष्पा सिंह, लता मुंडा, मुनमुन घोष, प्रोबोद साहू, समीर बेरा, झुंपा प्रधान, शिला रानी बारीक, हरि हर ओझा, दीपा सिंह, पायल पाल, सुषमा राणी प्रधान, असीस माहापात्र आदि शामिल हैं।

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क्या है मामला :

पीड़ित महिलाओं ने बताया कि अटल ग्रामीण योजना नामक संस्था द्वारा महिलाओं को शिक्षक की नौकरी देने के नाम पर किसी दस हजार, तो किसी साढ़े छह हजार रुपये प्रति

महिला की दर से वसूले गए। साथ ही सरकारी स्कूल में छुट्टी होने के बाद रोज 40 बच्चों को दो घंटे पढ़ाने का काम दिया गया। जिसके बदले उन्हें प्रतिमाह दो से ढाई हजार रुपये मेहनताना देने की बात कही गई। एक वर्ष पढ़ाने के बावजूद पैसा नहीं मिलने से महिलाओं के पूछताछ करने पर सदस्यों द्वारा आनाकानी

शुरू की गई। इससे आक्रोशित महिलाएं ने जब बहरागोड़ा कार्यालय पहुंची तो पाया कि संस्था का कार्यालय बंद है। महिलाओं द्वारा जमा की गई राशि से संबंधित किसी प्रकार की रसीद भी नहीं दी गई है। अटल ग्रामीण योजना के बहारागोड़ा ब्लॉक को-ऑडिनेटर दुखनी दास से संपर्क पर किया गया। संपर्क नहीं हो पाने के कारण उनका पक्ष नहीं रखा जा सका।


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