भाकपा माओवादी ने ली छोटू कालिंदी की हत्या की जिम्मेदारी, बताया पुलिस मुखबीर Jamshedpur News
भाकपा माओवादी ने पिछले दिनों कुचाई में हुई छोटू कालिंदी की हत्या की जिम्मेदारी ली है। संगठन की ओर से साटे गए पोस्टर में उसे पुलिस का मुखबीर बताया गया है।
जमशेदपुर /सरायकेला, जेएनएन। भाकपा माओवादी ने छोटू कालिंदी की हत्या की जिम्मेदारी ली है। संगठन की ओर से सरायकेला-खरसावां के कुचाई में पोस्टर साटकर बताया गया है कि छोटू कालिंदी को मौत की सजा पुलिस मुखबीर होने की वजह से दी गई। भाकपा माओवादी की दक्षिणी जोनल कमेटी की ओर से कुचाई स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा के आसपास दर्जनों पोस्टर साटे गए । सूचना के बाद पुलिस ने पोस्टर को जब्त कर लिया।
कुचाई के छोटू कालिंदी की हत्या कुचाई थाना इलाके के काडेकेदा पुलिया के पास 17 जनवरी शुक्रवार को गोली मारकर कर दी गई थी। 50 वर्षीय छोटू कालिंदी कुचाई से मोटरसाइकिल से घर लौट रहा था। इसी क्रम में घात लगाए एक व्यक्ति ने छोटू की पीठ में गोली मार दी थी। उसकी मौत मौके पर ही हो गई थी। हत्या की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी और शव को अपने कब्जे में लेकर तहकीकात में जुट गई थी। छोटू कालिंदी की बेटी ज्योति कालिंदी ने शुरुआती पूछताछ में पारिवारिक विवाद में हत्या का शक जताया था।
निजी काम से कुचाई बाजार आया था छोटू
छोटू कालिंदी निजी कार्य से कुचाई बाजार गया था और दोपहर को घर लौट रहा था। पुलिस किसी नतीजे पर पहुंचती इसी बीच नक्सली पोस्टर से हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है। हालांकि, अब पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि सचमुच पोस्टर भाकपा माओवादी की ओर से साटे गए हैं या फिर जांच की दिशा भटकाने और पुलिस को गुमराह करने के लिए हत्या करनेवाले ने यह काम तो नहीं किया है।
कुचाई है नक्सल प्रभावित इलाका
सरायकेला-खरसावां का कुचाई नक्सल प्रभावित इलाका है। यहां के पहाड़ और जंगल में नक्सलियों का पड़ाव होता है। इस इलाके में मुठभेड़ की कई घटनाएं भी हो चुकी है। नक्सली कैंप सर्च ऑपरेशन के दौरान कई बार ध्वस्त किए गए, लेकिन दुरूह इलाके का फायदा उठाते हुए नक्सली वापस कैंप बना लेते हैं। हालां कि हाल के दिनों में यह पहला मामला है जब नक्सली संगठन ने किसी की हत्या की जिम्मेदारी ली है।
- पुलिस ने भाकपा (माओवादी) के नाम से जारी किए गए दो-तीन पोस्टर जब्त किए हैं। पोस्टर की सत्यता की जांच की जा रही है। छोटू कालिंदी का पुलिस से कोई लेना-देना नहीं था। वह मुखबीर या एसपीओ नहीं था। क्षेत्र में एलआरपी जारी है।
-उदय गुप्ता, थाना प्रभारी, कुचाई