Coronavirus Effect : कल तक आलू बिक रहा था 650 रुपये पैकेट, अब पहुंचा 1000 रुपये प्रति पैकेट
कालाबाजारी की जानकारी मिलते ही एसडीओ स्मृता कुमारी ने बीडीओ संतोष कुमार व सीओ तृप्ती कुजूर के साथ निरीक्षण किया।
जगन्नाथपुर (संवाद सूत्र)। कहा जाता है कि सब्जियों का राजा आलू है। पश्चिमी सिंहभूम जिले के जगन्नाथपुर में सब्जियों का राजा आलू कल तक 650 रुपये प्रति पैकेट सोमवार तक मिल रहा था। मंगलवार का अचानक 850 से 1000 रुपया (45 से 48 किलो) प्रति पैकेट इसकी कीमत हो गई।
इधर ब्लैक मार्केटिंग की जानकारी जब अनुमंडल पदाधिकारी को मिली जो अनुमंडल पदाधिकारी स्मृता कुमारी ने बीडीओ संतोष कुमार व सीओ तृप्ती कुजूर के साथ जगन्नाथपुर के दो आलू बिक्रेता के यहां औचक निरीक्षण कर डाला। इस एसबीआई बैंक समीप स्थित आलू केंद्र में पहला निरीक्षण किया गया। यहां चाईबासा के आलू व्यापारी विकास कुमार का आलू केंद्र है।
जो बाहर से बंद था पर अन्दर कर्मचारी बैठा पाया गया। पदाधिकारियों ने आलू केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान दर्जनो पैकेट आलू रखा हुआ पाया गया। उसके बाद एसडीओ ने स्टॉक पंजी, खरीद बिक्री पंजी व कैशमेमो की की जांच के लिए मांगी लेकिन सभी पंजी नही मिली। एसडीओ ने खरीद बिक्री पंजी का अवलोकन किया जिसमें देखा गया कि एक पैकेट के 1000 में कई बाजार हाट व दुकान में बेचने वाले लोगों को बेचा गया था। दुसरा निरीक्षण एसबीआई एटीएम समीप स्थित सुबोध साव के दुकान में किया गया। यहां एसडीओ ने कैशमेमो की जांच की जिसमें पाया कि 850 में पाकेट बेचे जा रहे है। यहां करीब 10 पाकेट आलु रखे हुए थे।
एसडीओ ने दोनो दुकानदारों को सख्ती से निर्देश दिया कि किसी भी किमत पर नजायज रुप से आलु या अन्य खाद्य पदार्थ की बिक्री नही होनी चाहिए। उचित किमत ही लिया जाये। देश कोरोना वायरस की संकट से लड़ रहा है। इसलिए कोई भी महाजन, व्यापारी, दुकानदार ग्राहकों को दिये जाने वाले वस्तुओं के किमत से खिलवाड़ न करे। वही एसडीओ ने आलु केंद्र पर एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश बीडीओ संतोष कुमार को दिया। इधर कुछ आलु पाकेट खरीददारों से यह भी पता चला कि महाजन अपने मनमुताबिक आलु का पैकेट उचे दाम में बेच रहे है। एसडीओ के इस निरीक्षण से महाजनों में हड़कम्प मच गया है।