जमशेदपुर, जेएनएन। झारखंड में कोरोना का चौथा संक्रमित मिलने से पूर्वी सिंहभूम सहित कोल्हान के पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिला प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। ऐसे में कोरोना वायरस के प्रादुर्भाव एवं इसके संक्रमण की रोकथाम के लिए लोगों से अपील की गई है कि कोई भी व्यक्ति अपनी बीमारी और ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में जानकारी नहीं छिपाएं बल्कि इसकी पूरी जानकारी चिकित्सक और जिला प्रशासन को दें, ताकि ससमय इलाज कर मदद की जा सके।
हालांकि, यह सकून की बात है कि अबतक कोल्हान में एक भी कोरोना संक्रमित नहीं मिला है। पहले जमशेदपुर के सोनारी के एक कोरोना संदिग्ध की मौत और फिर चाकुलिया में मृत कोरोना संदिग्ध की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। जमशेदपुर के मानगो इलाके में मिले रांची के हिदंपीढ़ी की विदेशी कोरोना पॉजीटिव के संपर्क में आए लोगों की जांच रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। रविवार को जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में 25 नए नमूनों की जांच हुई और सबों की रिपोर्ट निगेटिव आई।
क्वारंटाइन से भाग रहे सात लोग पकड़े गये
पूर्वी सिंहभूम के कमलपुर थाना क्षेत्र में बने क्वारंटाइन सेंटर से रविवार की सुबह भाग रहे सात लोगों को पुलिस ने पकड़कर वापस क्वारंटाइन किया। ये लोग सब्जी ले जा रही गाड़ी पर चढ़कर जमशेदपुर भागने में फिराक में थे। लेकिन क्वारांटाइन सेंटर में तैनात पुलिस जवानों ने उन्हें पकड़ लिया। ये सभी जमशेदपुर के रहने वाले हैं।
प्रशासन की ये है तैयारी
पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन ने कोरोना से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए उमा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को चिन्हित किया है। उपायुक्त रविशंकर शुक्ला रविवार को अस्पताल का निरीक्षण कर तैयारियों की जानकारी ले चुके हैं। । यह अस्पताल 100 बेड का है। उपायुक्त ने सिविल सर्जन को हॉस्पिटल को सैनिटाइज कराने के साथ ही आइसोलेशन वार्ड को दुरुस्त करने का निर्देश दिया है । सिविल सर्जन ने बताया कि सेवानिवृत डॉक्टर एके अखौरी ने स्वेच्छा से उमा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में संक्रमित मरीजों के इलाज की निगरानी करने की सहमति दी है। सिविल सर्जन ने डॉक्टर विमलेश को हॉस्पिटल के लिए संसाधन जुटाने के लिए प्रतिनियुक्त किया है। कोरोना से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए उमा सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में डब्ल्यूएचओ के अनुरूप व्यवस्था की जा रही है। उपायुक्त के निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन, डॉ. एके अखौरी, डॉक्टर विमलेश भी मौजूद थे।
एमजीएम अस्पताल में बना डिस इंफेक्शन चेंबर
कोरोना से निपटने के लिए कोल्हान प्रमंडल के एकमात्र सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एमजीएम) में डिस इंफेक्शन चेंबर(Dis infection chamber) खोला गया है। एमजीएम अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के इलाज में लगे डॉक्टर एवं मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा डिस इंफेक्शन चेंबर(dis infection chamber) की व्यवस्था की गई है। डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ जो आइसोलेशन वार्ड अथवा कोरोना वायरस संक्रमित लोगों के इलाज में लगे हुए हैं जब वे आइसोलेशन वार्ड से बाहर निकलेंगे तो सबसे पहले डिस इन्फेक्शन चेंबर में रुकेंगे जिससे उनका शरीर संक्रमण मुक्त हो जाएगा। मरीजों को भी आइसोलेशन वार्ड में भेजे जाने से पूर्व डिस इन्फेक्शन चेंबर से गुजारा जाएगा ताकि आईसोलेशन वार्ड के अन्य मरीज संक्रमित होने से बच सकें।
कोरोना वायरस के प्रार्दुभाव एवं इसके संक्रमण के रोकथाम हेतु आप सभी जिलावासियों से अपील है कि कोई भी व्यक्ति अपने बीमारी और ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में न छुपायें बल्कि इसकी पूरी जानकारी चिकित्सक व जिला प्रशासन दें, ताकि ससमय ईलाज कर आपकी मदद की जा सके। pic.twitter.com/cADqwaH3K7
— Jamshedpur Police (@Jsr_police) April 5, 2020
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