Corona Virus Effect : अप्रैल-मई तक 50 हजार पर पहुंच जाएगा सोना Jamshedpur News
Corona Virus Effect. करीब एक माह से सोने के दाम लगातार चढ़ रहे हैं। यदि कोरोना वायरस का संकट इसी तरह कायम रहा तो अप्रैल-मई तक सोना 50 हजार पहुंच जाएगा।
जमशेदपुर, जासं। Corona Virus Effect Gold will reach 50 thousand by April and May करीब एक माह से सोने के दाम लगातार चढ़ रहे हैं। एक सप्ताह में तो यह दस फीसद बढ़कर 43 हजार (24 कैरेट) पहुंच गया। यदि कोरोना वायरस का संकट इसी तरह कायम रहा तो अप्रैल-मई तक सोना 50 हजार पहुंच जाएगा।
सीएचडी ज्वेलर्स साकची के मालिक पीयूष आडेसरा ने बताया कि जब भी मंदी आती है, सोने-चांदी की बिक्री बढ़ जाती है। वैश्विक स्तर पर अमेरिकन डॉलर व सोने की बिक्री बढ़ गई है। चूंकि भारत में अमेरिकन डॉलर आसानी से नहीं मिलता और सोने का विशेष आकर्षण है, इसलिए सोने की खरीद ज्यादा होती है। यदि कोरोना का संकट इसी तरह कायम रहा तो एक-दो माह में सोने का मूल्य 50 हजार तक पहुंचना तय है।
लगन का भी पड़ा असर
सोने-चांदी के कारोबारी बताते हैं कि कोरोना वायरस की वजह से सोने-चांदी के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन लगन भी एक बड़ा कारण है। भारत में कोई भी शादी सोने-चांदी के बिना पूरी नहीं होती, चाहे कितनी भी महंगाई हो। महंगाई की वजह से हम हल्के वजन वाले गहने ज्यादा मंगा रहे हैं। मध्यम वर्ग के लोग हल्के गहने ज्यादा खरीद रहे हैं। अमूमन एक परिवार डेढ़-दो लाख के गहने शादी में खरीदता है।
ऑटोमोबाइल सेक्टर भी प्रभावित
कोरोना वायरस का असर झारखंड के कोल्हान की अर्थव्यवस्था पर पहले से ही पड़ रहा है। सबसे ज्यादा ऑटोमोबाइल सेक्टर प्रभावित है। टाटा मोटर्स समेत सभी प्रकार के छोटे-बड़े वाहनों में 40 से 60 फीसद तक चीन निर्मित उपकरण या कल-पुर्जे लगते हैं। आदित्यपुर स्थित टाटा मोटर्स की अनुषंगी इकाइयां (एंसिलरी यूनिट) भी चीन पर बहुत हद तक निर्भर हैं।सिंहभूम चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के महासचिव भरत वसानी कहते हैं कि फिलहाल ऑटो सेक्टर कुल क्षमता का चौथाई ही उत्पादन कर रहा है, इसलिए फिलहाल इसका बहुत ज्यादा असर नहीं दिख रहा है। एक-दो माह बाद इसका असर अवश्य दिखेगा। सिंहभूम चैंबर के उपाध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने भी कहा कि मंदी की वजह से अभी बहुत ज्यादा फर्क नहीं दिख रहा है, लेकिन पड़ेगा।
होली पर भी पड़ेगा असर
जमशेदपुर चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष आलोक चौधरी ने बताया कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में 60 फीसद तक दखल है, इसलिए असर पडऩा स्वाभाविक है। कोरोना का असर तो अभी होली में दिखेगा, जब चाइनीज पिचकारी से लेकर रंग-गुलाल तक महंगे हो जाएंगे। चीन से यहां सिर्फ इलेक्ट्रिकल-इलेक्ट्रानिक्स ही नहीं, फाउंड्री व फोर्जिंग के आइटम, बैट्री से लेकर टायर-ट्यूब तक काफी मात्रा में आते हैं। एकबारगी आयात बंद होने से आर्थिक स्थिति तो बिगड़ेगी, लेकिन इससे घरेलू उद्योग को आगे बढऩे का अवसर भी मिलेगा।