जमशेदपुर में घूम रहा था कोरोना संक्रमित, घर पहुंचा तो मिली जानकारी
प्रखंड में मंगलवार को एक और कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उसे कोविड सेंटर भेज दिया गया है। अब प्रखंड में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 54 हो गई है। कोरोना पॉजिटिव युवक नरसिंहगढ़ गांव का है। वह मंगलवार को जमशेदपुर गया था। दो दिन पूर्व उसका स्वाब सैंपल लिया गया था..
संसू, धालभूमगढ़ : प्रखंड में मंगलवार को एक और कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उसे कोविड सेंटर भेज दिया गया है। अब प्रखंड में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 54 हो गई है। कोरोना पॉजिटिव युवक नरसिंहगढ़ गांव का है। वह मंगलवार को जमशेदपुर गया था। दो दिन पूर्व उसका स्वाब सैंपल लिया गया था। फिर भी उसने होम क्वारंटाइन के निर्देश का पालन नहीं किया। संक्रमित युवक के खुलेआम घूमने से बाजार क्षेत्र में संक्रमण बढ़ने की आशंका बढ़ गई है। बता दें कि नरसिंहगढ़ में अब तक कुल सात कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बावजूद यहां के लोगों में कोरोना का डर नहीं है। लोग बिना मास्क के बाजारों में घूम रहे हैं। कई होटल भी खुले हुए हैं। बाजार व मोहल्लों में लोग बेफिक्र होकर घूम रहे हैं। प्रशासन की ओर से अब तक न तो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं और ना ही कांटेक्ट ट्रेसिग की गई है। इससे पूर्व एक फल व्यवसायी के घर में चार कोरोना पॉजिटिव मिले थे। फिर भी न तो कांटेक्ट ट्रेसिग की गई और न ही संपर्क में आए लोगों का स्वाब लिया गया। नरसिंहगढ़ बाजार में कोरोना पॉजिटिव पाए गए व्यक्ति के घर के आसपास बाजार क्षेत्र है।
डुमरिया मे चार मजदूर कोरोना पॉजिटिव
मंगलवार को प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय क्वारंटाइन सेंटर के चार प्रवासी मजदूरों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया। सभी मजदूर दक्षिण भारत के बेंगलुरु से एक व दो अगस्त को डुमरिया आए थे। बताया जा रहा है कि बेंगलुरु से लौटने के बाद उन्हें क्वारंटाइन किया गया था। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक डॉ दुर्गाचरण मुर्मू ने बताया कि चारों संक्रमित मरीजों को स्वासपुर के सीटीसी कोविड वार्ड भेज दिया गया है।
क्वारंटाइन सेंटर में नहीं रह रहे प्रवासी मजदूर
प्रवासी मजदूरों को संस्थागत क्वारंटाइन करने के बाद भी वे क्वारंटाइन सेंटर में नहीं रह रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। मंगलवार को नरसिंहगढ़ में बन रहे जीएनएम हॉस्टल में काम करने वाले सात मजदूर धालभूमगढ़ पहुंचे। हालांकि ग्रामीणों ने उनके पहुंचने की सूचना तत्काल पंचायत समिति सदस्य रत्ना मिश्रा को दी। पूछताछ के दौरान मजदूरों ने बताया कि वे मूलत: मुर्शिदाबाद के मजदूर हैं, जो यहां काम करने आए हैं। तत्काल सभी मजदूरों को अस्पताल में जांच कराने का निर्देश दिया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में थर्मल स्क्रीनिग करने के बाद सभी मजदूरों को संस्थागत क्वारंटाइन के लिए पावड़ा नरसिंहगढ़ स्थित पंचायत भवन में क्वारंटाइन किया गया। बाद में जानकारी मिली कि संबंधित मजदूर पंचायत भवन स्थित क्वारंटाइन सेंटर पहुंचे ही नहीं। मुखिया प्रतिनिधि से पूछा गया तो उन्होंने पंचायत भवन में सिर्फ एक व्यक्ति के क्वारंटाइन होने की बात कही। जानकारी के अनुसार सभी मजदूर नरसिंहपुर स्थित कार्यस्थल पर ही रह रहे हैं, जहां वे खुलआम घूमते हैं। स्थानीय लोगों को आशंका है कि संबंधित मजदूरों को गैर क्वारंटाइन क्षेत्र में रखने से कोरोना का खतरा बढ़ सकता है। अब तक उनका स्वाब सैंपल भी नहीं लिया गया है।