Corona Effect: टाटा कमिंस लक्ष्य से कोसों दूर, रॉ-मैटेरियल की वजह से 50 फीसद उत्पादन घटा
Corona Effect on Automobile sector. मध्यम व भारी वाहनों के लिए इंजन बनाने वाली जमशेदपुर की टाटा कमिंस कंपनी अपने लक्ष्य से अभी कोसों दूर है। चालू माह में कंपनी में करीब 10 हजार इंजन बनाने का शिड्यूल मिला था जो घटकर अब आधा फीसद रह गया है।
जमशेदपुर, जासं। मध्यम व भारी वाहनों के लिए इंजन बनाने वाली जमशेदपुर की टाटा कमिंस कंपनी अपने लक्ष्य से अभी कोसों दूर है। चालू माह में कंपनी में करीब 10 हजार इंजन बनाने का शिड्यूल मिला था, जो घटकर अब आधा फीसद रह गया है। उत्पादन नहीं होने की वजह से ठेका मजदूर अब प्रभावित होने लगे हैं।
कोरोना महामारी का असर कंपनियों के उत्पादन पर भी पड़ने लगा है। पिछले पांच महीनों से खासकर ऑटोमोबाइल सेक्टर ने रफ्तार पकड़ी थी। कई वर्षों के बाद इस सेक्टर में उछाल देखा जा रहा था। लेकिन अप्रैल में कोरोना महामारी ने इस पर ब्रेक लगा दिया है। दुनिया की अग्रणी इंजन निर्माता कंपनियों में से एक टाटा कमिंस भी इससे अछूता नहीं है। मिली जानकारी के मुताबिक अप्रैल में कंपनी में करीब 12 हजार ईंजन निर्माण का लक्ष्य निर्धारित था। कोरोना की बढ़ती रफ्तार से देश में लॉजिस्टिक सिस्टम बाधित होने लगा। परिणामस्वरूप कलपुर्जों की आपूर्ति बाधित होने लगी। इसके बावजूद चालू माह में कंपनी को करीब 10 हजार इंजन निर्माण कर लेने की उम्मीद थी।
लॉजिस्टिक सिस्टम गडबडाया
पिछले कुछ दिनों में कोरोना महामारी की रफ्तार ने लॉजिस्टिक सिस्टम को चरमरा दिया है। इसका नतीजा हुआ है कि कलपुर्जों की आपूर्ति में भारी गिरावट आयी है। सूत्रों का कहना है कि गुरुवार तक सिर्फ साढ़े चार हजार इंजन ही बन पाये थे। माह के समाप्त होने में बचे आठ दिनों में कुल मिलाकर 3500 से 4000 इंजन हीं और बन सकते हैं।