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टाटा मोटर्स में ठेका कर्मचारी की मौत

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा मोटर्स जमशेदपुर प्लांट के फ्रेम फैक्ट्री में काम के दौरान

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Nov 2018 10:35 PM (IST)Updated: Wed, 21 Nov 2018 10:35 PM (IST)
टाटा मोटर्स में ठेका कर्मचारी की मौत
टाटा मोटर्स में ठेका कर्मचारी की मौत

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा मोटर्स जमशेदपुर प्लांट के फ्रेम फैक्ट्री में काम के दौरान मंगलवार शाम सात बजे एक ठेका कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गया था। बुधवार सुबह चार बजे ईएसआइ अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। चर्चा है कि एक स्थानीय नेता की पैरवी पर मृतक का पोस्टमार्टम कराए बिना उसका शव पैतृक आवास खड़गपुर भिजवा दिया गया।

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ठेका कर्मचारी अनिल शर्मा (40) मेसर्स एसके टिम्बर में कार्यरत था। शाम के समय ट्रैक्टर में ट्रॉली द्वारा फ्रेम लोड होकर लाइन नंबर तीन से बाहर लाया जा रहा था। इस दौरान अनिल को जांघ के पास चोट लग गई। लाइन सुपरवाइजर ने उसे इलाज के लिए टाटा मोटर्स अस्पताल के बजाय बिष्टुपुर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो अनिल को किसी तरह की बाहरी चोट नहीं थी और न ही कहीं से खून निकला था। वह खुद चलकर ही वाहन में बैठकर अस्पताल गया था। जबकि चर्चा है कि अनिल को हाइड्रोसील की शिकायत थी। उसी में चोट लगी थी। मृतक मूल रूप से खड़गपुर का निवासी था वह जमशेदपुर में बर्मामाइंस लकड़ी टाल स्थित अपने ससुराल में रहता था।

साढ़े तीन लाख के मुआवजे पर चल रही बात : मृतक की मौत के बाद बर्मामाइंस व सीतारामडेरा के भाजपा नेता सक्रिय हुए और ठेका कंपनी से फिलहाल साढ़े तीन लाख रुपये मुआवजे की बात की है। हालांकि इसके अलावा मृतक के आश्रितों को श्रमिक मुआवजा अधिनियम के तहत अलग से मुआवजा मिलेगा।

कारखाना निरीक्षक ने किया दौरा : घटना की सूचना मिलने के बाद कारखाना निरीक्षक विनीत कुमार बुधवार सुबह सवा 11 बजे टाटा मोटर्स प्लांट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने प्लांट हेड सह फैक्ट्री मैनेजर संपत कुमार, आइआर हेड दीपक कुमार व सेफ्टी हेड प्रवीर दास से पूरे मामले में जानकारी ली। कारखाना निरीक्षक ने दुर्घटना के समय काम करने वाले कर्मचारियों को गुरुवार सुबह गवाह के लिए उपस्थित करने को कहा है। वहीं, घायल का इलाज टाटा मोटर्स अस्पताल में क्यों नहीं कराया गया? मृतक कर्मचारी कब से कार्यरत था? इस पर प्रबंधन से विस्तृत जानकारी मांगी है।

'यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। दुर्घटना कैसे हुई इसकी जांच के लिए एक जांच कमेटी गठित की गई है। संकट के समय में हमारी संवेदना शोक संतृप्त परिवार के साथ है।'

-प्रवक्ता, टाटा मोटर्स


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