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पहले जमीन के लिए उछल कूद, मिली तो शांत बैठ गए ; जानिए क्‍या है पूरा मामला Jamshedpur News

Inter state bus Terminal. जमशेदपुर में प्रस्तावित अंतरराज्यीय बस अड्डे पर खामोशी समझ से परे है। यह भी तब जब दो वर्ष पूर्व ही बस अड्डा के लिए जमीन उपलब्‍ध हो गई है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sun, 16 Feb 2020 02:30 PM (IST)Updated: Mon, 17 Feb 2020 09:32 AM (IST)
पहले जमीन के लिए उछल कूद, मिली तो शांत बैठ गए ; जानिए क्‍या है पूरा मामला Jamshedpur News
पहले जमीन के लिए उछल कूद, मिली तो शांत बैठ गए ; जानिए क्‍या है पूरा मामला Jamshedpur News

जमशेदपुर,मनोज सिंह।  वर्ष 2016 में जब रघुवर सरकार की कैबिनेट में जमशेदपुर में अंतरराज्जीय बस अड्डे का प्रस्ताव पास हुआ था तो लौहनगरी के लोगों में खुशी का ठिकाना ना था। क्योंकि कंपनी क्षेत्र होने के कारण यहां अधिकांश लोग दूसरे राज्यों से आकर यहां बसे हैं, या फिर यहां रोजगार के सिलसिले में रहते हैं।

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लोगों को लगा कि अब वो आसानी से अपने रिश्तेदारों के यहां जा सकते हैं। लेकिन यह योजना सिर्फ वाहवाही लूटने व कागजों तक ही सीमित रही, यथार्थ में नहीं उतर सकी। इस प्रस्तावित अंतरराज्यीय बस अड्डे के लिए दो वर्ष पूर्व ही स्वर्णरेखा परियोजना की जमीन मिलने बावजूद अब यह बस अड्डा ठंडे बस्ते में चला गया। जबकि झारखंड में विधानसभा चुनाव से पूर्व 15 अक्टूबर 2019 को इस बस टर्मिनल के लिए डीपीआर (डिजाइन प्रिंट रिपोर्ट) भी तैयार की जा चुकी थी। 

दो साल पहले जमीन का हस्‍तांतरण

इस अंतरराज्यीय बस टर्मिनल के लिए कई स्थानों पर सरकारी जमीन देखी गई, जितना जमीन अंतरराज्यीय बस टर्मिनल के लिए चाहिए थी, उतनी जमीन नहीं मिल सकी। अंत में तत्कालीन उपायुक्त डॉ. अमिताभ कौशल ने स्वर्णरेखा परियोजना के प्रशासक से बातचीत कर मानगो स्थित नेशनल हाइवे 33 के किनारे स्वर्णरेखा कॉलोनी की जमीन पर अंतरराज्यीय बस टर्मिनल बनाने की इच्छा प्रकट की। प्रशासक से सहमति मिलते ही अंचलाधिकारी ने जमीन की मापी की। जिसमें अंतरराज्यीय बस टर्मिनल के लिए 3.85 हेक्टेयर जमीन चिन्हित कर लिया। इस संबंध में स्वर्णरेखा परियोजना के चीफ इंजीनियर बीरेंद्र राम ने बताया कि जमीन का हस्तांतरण भी बस टर्मिनल के लिए दो साल पूर्व ही कर दिया गया, लेकिन आज तक काम शुरू नहीं हो सकी। 

अंतरराज्यीय बस टर्मिनल बनने से जाम से मिल सकेगी मुक्ति

मानगो नेशनल हाइवे 33 पर अंतरराज्यीय बस टर्मिनल बनने से शहर में लगने वाले जाम से शहरवासियों को निजात मिल सकेगी। चूंकि शहर में प्रवेश करने के लिए रांची व कोलकाता की ओर से आने वाले बसों को मानगो पुल से गुजर कर साकची स्थित बस स्टैंड पर जाना पड़ता है। यदि नेशनल हाइवे 33 पर अंतरराज्यीय बस टर्मिनल बन जाने से शहर में आए दिन होने वाले जाम से लोगों को परेशानी नहीं होगी। 

छह मंजिला बनना है बस टर्मिनल 

मानगो में डिमना चौक से पारडीह चौक के बीच स्वर्णरेखा आवासीय कॉलोनी की जमीन पर बनने वाला अंतरराज्यीय बस टर्मिनल छह मंजिला बनना है। जहां एक साथ 24 बस एक साथ खुल सकती हैं। बस टर्मिनल में यात्रियों के लिए हर तरह की सुविधा रहेगी। जिसमें यात्री निवास, होटल, बैंक, टीओपी से लेकर चालकों को ठहरने के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। बस टर्मिनल का निर्माण (जुडको) झारखंड अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट कंपनी लिमिटेड के देखरेख में किया जाएगा। 

  • जमशेदपुर में अंतरराज्यीय बस टर्मिनल बनना है। इसकी डीपीआर तैयार हो गई है। फिलहाल अंतरराज्यीय बस टर्मिनल का मामला सरकार के स्तर पर रुका हुआ है। सरकार से दिशा निर्देश मिलते ही बस टर्मिनल निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। 

- डीडी मिश्रा, हेड झारखंड अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट कंपनी लिमिटेड, रांची


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