Congress Protest Against Agnipath Yojna: अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस का धरना, योजना को वापस लेने की मांग, युवाओं को धोखा देने का लगाया आरोप
जमशेदपुर के पूर्व सांसद डा. अजय कुमार ने कहा कि सेना में प्रशिक्षित ये जवान देशविरोधी साजिश में शामिल हो सकते हैं। इससे देश को भारी मुसीबत झेलनी होगी। कांग्रेस का कहना है कि इस योजना के कारण चार साल बाद युवा बेरोजगार हो जाएंगे।
जमशेदपुर, जासं। अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता जमशेदपुर समेत पूरे पूर्वी सिंहभूम जिले में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसमें स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता उपायुक्त कार्यालय के सामने धरना पर बैठेंगे, जबकि अन्य कार्यकर्ता जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में रामाश्रय प्रसाद, जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र में टिक्की मुखी, पोटका विधानसभा क्षेत्र में सुबोध सरदार, घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार बलमुचू व बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र में कमल किशोरअग्रवाल के नेतृत्व में धरना दे रहे हैं।
योजना को वापस लेने की मांग
कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग कर रही है। इससे पहले नई दिल्ली में भी सोनिया गांधी समेत अन्य नेताओं ने इस योजना के विरोध में जंतर-मंतर पर धरना दिया था। देश भर में इसे लेकर हिंसा भी हुई थी। जमशेदपुर में भी जुगसलाई रेलवे क्रासिंग पर करीब तीन घंटे तक ट्रेनों का आवागमन बाधित किया था। हालांकि यहां किसी तरह की हिंसा नहीं हुई, लेकिन रेलवे सुरक्षा बल ने 200 अज्ञात पर रेलवे एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। जमशेदपुर में पूर्वी सिंहभूम की उपायुक्त विजया जाधव ने आंदोलनकारियों काे समझा-बुझाकर मना लिया था। उन्हें शाम को उपायुक्त कार्यालय आने को कहा था, लेकिन कोई नहीं गया।
विपक्ष क्यों कर रहा विरोध, जानिए उनकी बात
यहां बता दें कि केंद्र सरकार ने इस योजना को जारी रखा है। चूंकि दो वर्ष तक कोरोना की वजह से सेना में भर्ती नहीं हुई थी, इसलिए विरोध प्रदर्शन के बाद उम्र सीमा को बढ़ाकर 17 से 23 वर्ष भी कर दिया। इसके बावजूद कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल इस योजना का विरोध कर रहे हैं। इन दलों का कहना है कि इससे युवाओं का भविष्य बर्बाद होगा। चार साल के प्रशिक्षण के बाद 25 प्रतिशत युवाओं को ही स्थायी नौकरी मिलेगी। ऐसे में 75 प्रतिशत युवा तो बेरोजगार हो जाएंगे। जमशेदपुर के पूर्व सांसद डा. अजय कुमार ने कहा कि सेना में प्रशिक्षित ये जवान देशविरोधी साजिश में शामिल हो सकते हैं। इससे देश को भारी मुसीबत झेलनी होगी। वैसे भाजपानीत राज्य सरकारों ने आश्वासन दिया है कि अग्निवीरों को राज्य पुलिस समेत अन्य नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी। चार वर्ष बाद इन्हें इंटरमीडिएट का प्रमाणपत्र भी मिलेगा। इसके अलावा भारी-भरकम राशि भी हाथ में होगी, जिससे ये स्वरोजगार भी कर सकते हैं।