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न्युवोको के पावर प्लांट को सशर्त सहमति, जानिए

न्युवोको जोजोबेड़ा सीमेंट प्लांट की लोक सुनवाई में सीमेंट प्लांट के अंदर नया प्लांट लगाने का स्वागत किया गया, लेकिन कुछ शर्त पर।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Wed, 19 Dec 2018 04:15 PM (IST)Updated: Wed, 19 Dec 2018 04:15 PM (IST)
न्युवोको के पावर प्लांट को सशर्त सहमति, जानिए
न्युवोको के पावर प्लांट को सशर्त सहमति, जानिए

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की ओर से आयोजित न्युवोको विस्टास कॉर्प लिमिटेड जोजोबेड़ा सीमेंट प्लांट के पर्यावरणीय लोक सुनवाई में एक-दो को छोड़ सभी ने सीमेंट प्लांट के अंदर नया प्लांट (30 मेगावाट का पावर प्लांट) लगाने का स्वागत किया, लेकिन शर्त रखी कि स्थानीय लोगों को उसमें रोजगार दिलाने की गारंटी दी जाए।

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लोगों ने कहा कि प्लांट लगाने के बाद प्रदूषण नहीं फैले, पर्यावरण संरक्षण के दिशा में पहले काम हो फिर प्लांट विस्तारीकरण की बात दोहराई गई। कंपनी प्रबंधन की ओर से ग्रामीणों को स्थानीय को रोजगार देने व प्रदूषण नहीं फैलाने का आश्वासन दिया गया। सुनवाई की अध्यक्षता अपर जिला दंडाधिकारी विधि व्यवस्था सुबोध कुमार ने की जबकि साथ में अनुमंडलाधिकारी धालभूम चंदन कुमार, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक वैज्ञानिक मिथिलेश झा, जितेंद्र प्रसाद सिंह, कनीय अभियंता सुहैल खान मौजूद थे।

प्लांट लगाने पर रहा जोर : एडीएम

एडीएम सुबोध कुमार ने कहा कि न्युवोको सीमेंट प्लांट परिसर में 30 मेगावाट बिजली उत्पादन करने वाला एक संयंत्र लगाया जा रहा है जिसका ज्यादातर लोगों ने स्वागत किया है। प्लांट से फ्लाइ एश नहीं निकले, स्थानीय को रोजगार मिले, पार्किंग की व्यवस्था दुरुस्त रहे इन्हीं सब बातों को उठाया गया।

163 करोड़ का है प्रोजेक्ट 

 सीमेंट प्लांट परिसर में लगने वाला 30 मेगावाट का नया पावर संयंत्र का प्रोजेक्ट 163 करोड़ का है। जिसके निर्माण में करीब 20 माह लगेगा। एक एकड़ की जमीन पर बनने वाले इस संयंत्र में 50 से ज्यादा मजदूर कार्य करेंगे। अत्याधुनिक तकनीकी से प्लांट का निर्माण किया जाएगा जहां डस्ट व फ्लाइ एश ना के बराबर होगा तथा पर्यावरण प्रदूषित होने से बचेगा।

डस्ट से परेशान हैं बस्तीवासी 

 सरजामदा निवासी राजीव पांडेय ने कहा कि कंपनियों के डस्ट से बस्तीवासी काफी परेशान हैं। वायु, जल, थल सभी दुषित हो रहा है। कंपनी को मुलभूत सुविधाओं का ख्याल करना चाहिए ताकि मानव जीवन परेशान नहीं है।

राहरगोड़ा-गोविंदपुर में खुले डिस्पेंसरी

जिला परिषद उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने कहा कि न्यूवोको को राहरगोड़ा व गोविंदपुर में एक डिस्पेंसरी की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि बस्तीवासी उससे लाभान्वित हो सके।

समझौते के बाद मुकर जाती हैं कंपनियां

जिला परिषद सदस्य सुनीता साह ने कहा कि न्युवोको रोजगार देने व सामाजिक दायित्व निर्वहन की बातें कर रहा है लेकिन इससे पूर्व तीन-चार कंपनियां गोविंदपुर की साफ-सफाई कराने का जिम्मा लिया था जो आज मुकर रही है। कंपनी लगे, विस्तारीकरण हो लेकिन प्रबंधन ग्रामीणों के हित में भी काम करें।

गलत सूचना दे रही कंपनियां : जम्मी

जम्मी भास्कर ने कंपनी लगाने का विरोध किया। कहा कि कंपनी द्वारा गलत जानकारी दी गई है। दूषित पानी की वजह से लोगों को बीमारियां हो रही है। फ्लाइ एस की वजह से पूरा क्षेत्र प्रदूषित हो गया है। सांस की बीमारियां हो रही है, कंपनी की सीएसआर गतिविधि नहीं है। प्लांट लगने से मानव का विकास नहीं उसका नाश होगा। इस बात को आगे भी उठाएंगे।

सीमेंट में लगता कंपनी से निकलने वाला फ्लाइ एश : प्लांट हेड

न्युवोको के प्लांट हेड मनोज अग्रवाल ने बताया कि कंपनी से निकलने वाले शत-प्रतिशत फ्लाइ एश को सीमेंट में लगाया जाता है। नया पावर संयंत्र अत्याधुनिक होगा जिससे नाम मात्र का भी प्रदूषण नहीं होगा। कंपनी के अंदर शून्य वाटर डिस्चार्ज होता है। प्लांट लगने के बाद निश्चित रूप से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा तो कंपनी अपने निकटवर्ती क्षेत्रों में और बढ़-चढ़कर सामाजिक कार्य करेगी। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में नए मापदंड के तहत काम होगा ताकि कोई प्रभावित नहीं हो इस दिशा में अत्याधुनिक तकनीक के तहत काम किया जाएगा।


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