जमशेदपुर के कोचिंग संचालकों ने कहा- मिस्टर चीफमिनिस्टर हम पर रहम करें, 25 प्रतिशत उपस्थिति के साथ ऑफलाइन क्लास चलाने की मांगी अनुमति
कोचिंग सेंटर से जुड़े शिक्षक इस बात को लेकर परेशान हैं। उन्हें एक बार फिर से नौकरी से वंचित रहना पड़ेगा। कोचिंग संचालकों ने झारखंड के मुख्यमंत्री से रहम करने की अपील करते हुए उन्हें कम से कम 25 प्रतिशत ऑफलाइन कक्षाएं चलाने की अनुमति मांगी है।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड में आंशिक लॉकडाउन के कारण एक बार फिर से कोचिंग सेंटरों को बंद कर दिया है, जबकि बाजार एवं रेस्टोरेंट पूरी तरह खुले हुए हैं। कोचिंग सेंटरों को बंद करने का विरोध जमशेदपुर कोचिंग एसोसिएशन के नेतृत्व में शुरू हो गया है। कोचिंग संचालकों का कहना है कि जब हमारे पास निर्धारित संख्या है और सभी कार्यालय 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खुल रहे हैं तो हमारे साथ यह अन्याय क्यों।
कोचिंग सेंटर से जुड़े शिक्षक इस बात को लेकर परेशान हैं। उन्हें एक बार फिर से नौकरी से वंचित रहना पड़ेगा। कोचिंग संचालकों ने झारखंड के मुख्यमंत्री से रहम करने की अपील करते हुए उन्हें कम से कम 25 प्रतिशत ऑफलाइन कक्षाएं चलाने की अनुमति मांगी है। संचालकों का कहना है कि हमारे पास तो सभी डबल वैक्सीनेटेड छात्र है। ऐसे में उनकी रोजी रोटी को क्यों बंद किया जा रहा है। इसके अलावा सभी छात्र निबंधित है। सारी ट्रैक हिस्ट्री मौजूद है। बाजारा व मॉल में तो आने-जाने वालों का कोई रिकार्ड ही नहीं है। कोचिंग सेंटर बंद करने का विरोध जमशेदपुर के कोचिंग संचालकों ने किया है तथा इस मामले में आंदोलन की रणनीति बनाई गई है। इस आंदोलन का खुलासा करने के लिए कोचिंग संचालकों की ओर से साकची आमबगान में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।
इस प्रेस वार्ता में विनय आइएएस एकेडमी के विनय सिंह, श्रीमन क्लासेस के श्रीमन नारायण त्रिगुण, चारणक्य करियर एकेडमी के सुजीत कुमार झा, मीटजी के कृष्णा बनर्ज, मिस्ट प्लस के राजेश तिवारी, आर्या आइपीएस के अमरेश कुमार सिंह, विजय एकेडमी के विजय कुमार, एससीपीआइ के विजय मिश्रा, टाइम कोचिंग के रिव भूषण, नैक कोचिंग के रवि कुमार, महिंद्रा कोचिंग के विवेक मिश्रा, द्रोणा कोचिंग के अमरेंद्र कुमार उपस्थित हुए।
कोचिंग संचालकों ने पूछा सवाल, कहा-जब सब कुछ खुला है तो हमारे संस्थान बंद क्यों?
प्रेस वार्ता में विनय आइएसएस एकेडमी के विनय सिंह व श्रीमन क्लासेस के श्रीमन नारायण त्रिगुण ने सरकार से सवाल किया कि जब सब कुछ खुला है तो हमारे संस्थान बंद क्यों? जमशेदपुर कोचिंग एसोसिएशन की ओर से आयोजित प्रेस वार्ता का नेतृत्व करते हुए विनय सिंह एवं श्रीमन नारायण त्रिगुण ने कहा कि सरकार को 15 जनवरी तक का समय दिया गया है। अगर सरकार पूर्ण लॉकडाउन करती है तो वे उनका समर्थन करेंगे। अन्यथा निर्धारित मापदंड के अनुसार उन्हें भी शैक्षणिक संस्थानों को खोलने की अनुमति दें। ऑनलाइन क्लास उतना सही नहीं है जितना ऑफलाइन क्लास। कोचिंग संचालक क्लास के दौरान पूरी तरह कोविड के निर्देशों का पालन किया जाएगा। नेतृत्वकर्ताओं ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ शनिवार को वे लोग मुलाकात करेंगे। आवश्यकता पड़ी तो उपायुक्त कार्यालय के सामने 20-25 छात्रों को लेकर पढ़ाने का आंदोलन करेंगे।
खुले रहेंगे कोचिंग संस्थान
नेतृत्वकर्ताओं ने कहा कि वर्तमान में उनके संस्थान 25 प्रतिशत छात्रों की उपस्थिति के साथ खुले रहेंगे। अगर इस दौरान पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारियों ने उन्हें परेशान किया तो इसका जोरदार विरोध किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो सरकार के निर्णय के विरोध में वे लोग उच्च न्यायालय में जनहित याचिका भी दायर करेंगे। सरकार कोचिंग सेंटर संचालकों के साथ भेदभाव कर रही है। बाजारों में भीड़ उमड़ रही है। किसी तरह के कोविड मानकों का पालन नही हो रहा है। उनके यहां तो कोविड मानकों का पूर्ण रूप से पालन हो रहा है तथा पढ़ने वाले सभी छात्र डबल वैक्सीनेटेड हैं।