स्वच्छता सर्वेक्षण में 20 वें नंबर पर रहे मानगो नगर निगम दफ्तर के सामने ही कचरे का अंबार
स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में सफाई के मामले में देश में 20 वें स्थान पर रहे मानगो में अब हर तरफ कचरे का अंबार है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में सफाई के मामले में देश में 20 वें स्थान पर रहे मानगो में अब हर तरफ कचरे का अंबार है। गांधी मैदान परिसर स्थित मानगो नगर निगम के दफ्तर के सामने ही कचरा जमा रहता है लेकिन, इसे देखने वाला कोई नहीं है। मैदान में कचरा होने से यहां का पर्यावरण भी खराब रहता है। इस वजह से मैदान में घूमने और शाम को खेलने आने वाले बच्चों को भी परेशानी हो रही है।
मानगो में सफाई का काम ठेकेदारों के हवाले है। सफाई के लिए यहां तीन ठेकेदार रखे गए हैं। लेकिन, शिकायत है कि सफाई का स्तर ठीक नहीं है। मानगो नगर निगम पर लोग चुटकी लेते हुए कहते हैं कि जब वो अपने दफ्तर के सामने लगा कचरे का ढेर नहीं हटा पा रहा तो शहर की सफाई क्या होगी। मानगो नगर निगम के कार्यपालक अधिकारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता कई बार सफाई की व्यवस्था को दुरुस्त करने की बात कह चुके हैं लेकिन, कचरा नहीं साफ कराया गया। इस बार भी उन्होंने कचरा हटवाने की बात कही है।
--------
मुर्दा मैदान फिर हुआ कचरे का ढेर
मानगो में मुर्दा मैदान फिर कचरे का ढेर हो गया है। यहां हर तरफ गंदगी है। बदबू उठती रहती है जिसकी वजह से मैदान के चारों तरफ बसी आबादी त्रस्त है। लोग परेशान हैं। बागानशाही के रहने वाले अशरफ कहते हैं कि उन्होंने मानगो नगर निगम से कई बार शिकायत की लेकिन, अब तक यहां सफाई नहीं कराई गई। अगर मैदान की नियमित सफाई कराई जाती तो ये नौबत नहीं आती। मुर्दा मैदान की तीन साल पहले मानगो नगर निगम ने सफाई कराई थी। तब हालात ठीक थे।
---
हर तरफ गंदगी तो कहां जाता है डेढ़ करोड़
मानगो नगर निगम मानगो की सफाई पर साल में डेढ़ करोड़ रुपये खर्च करता है। इसके बाद भी अगर हर तरफ गंदगी का अंबार है तो सवाल स्वाभाविक है कि ये पैसा कहां जा रहा है। आरोप है कि मानगो की सफाई पर जितने सफाई कर्मी लगाए जाने चाहिए उतने नहीं लगाए जा रहे हैं।
----
कई दिनों तक भरी रहती है डस्टबिन
मानगो में 250 के करीब डस्टबिन विभिन्न स्थानों पर रखी गई है। लेकिन, ये डस्टबिन हफ्ते में एक-दो दिन ही खाली की जाती हैं। बाकी दिनों में ये डस्टबिन कचरे से भरी रहती हैं। इससे लोग परेशान होते हैं। पर्यावरण खराब होता है और बीमारी फैलने का अंदेशा अलग।
-----
शिकायत मिली है। इसे दिखवाते हैं। इसके लिए संबंधित ठेकेदार को कई बार कचरा हटाने के लिए बोला गया है।
राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, कार्यपालक अधिकारी नगर निगम
--
किस ठेकेदार को साल में कितना मिलता है
प्रसाद इंटरप्राइजेज, बागान एरिया, काशीडीह साकची - 46 लाख 58 हजार 472 रुपये
जीवन विद्या ट्रस्ट, शंकोसाई, मानगो - 56 लाख 9256 रुपये
झारखंड इंटरप्राइजेज हरिहरनाथ कॉलोनी, डिमना रोड मानगो- 5186064 रुपये
रौनक इंटरप्राइजेज, लक्ष्मी नगर, टेल्को- 13 लाख 88 हजार 40 रुपये सालाना