सीआइडी टीम पहुंची सरायकेला को-ऑपरेटिव बैंक, 33 करोड़ लोन घोटाला मामले में की पूछताछ
33 करोड़ रुपए घोटाला के मामले में सीआईडी ने तत्कालीन ब्रांच मैनेजर सुनील कुमार सतपति को सीआईडी ने पूछताछ के लिए दो दिन की रिमांड पर लिया है।
By Vikas SrivastavaEdited By: Published: Mon, 01 Jun 2020 03:57 PM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 03:57 PM (IST)
सरायकेला (जागरण संवाददाता )। को-ऑपरेटिव बैंक सरायकेला शाखा से 33 करोड़ रुपए घोटाला के मामले में सीआईडी ने तत्कालीन ब्रांच मैनेजर सुनील कुमार सतपति को सीआईडी द्वारा पूछताछ के लिए दो दिन की रिमांड पर लिया गया है।
तत्कालीन ब्रांच मैनेजर सुनील कुमार सतपति को सीआईडी द्वारा पिछले 22 मई को गिरफ्तार किया गया था। उन पर 33 करोड़ रुपए का लोन गलत तरीके से दिया गया था। लोन की रिकवरी के लिए बैंक की ओर से कोई प्रयास नहीं किया गया था।
सीआइडी टीम ने दो घंटे तक खंगाले कागजात
इस मामले पर सीआईडी कोल्हान के डीएसपी अनिमेष कुमार गुप्ता के नेतृत्व में टीम को-अॉपरेटिव बैंक सरायकेला पहुंची। इस दौरान लगभग दो घंटे तक बैंक के विभिन्न कागजातों की जांच की गई। सीआईडी डीएसपी अनिमेष कुमार ने बताया कि सीआईडी द्वारा दो दिन के रिमांड पर तत्कालीन शाखा प्रबंधक सुनील कुमार सतपति को लिया गया है। इस दौरान शाखा प्रबंधक से पूछताछ की जा रही है साथ ही बैंक से जप्त किए गए कागजातों पर भी छानबीन की जा रही है। झारखंड सीआईडी ने तीन हफ्ते पूर्व बैंक में लोन घोटाले से संबंधित केस को टेकओवर किया था। जांच में सुनील कुमार सत्पथी की भूमिका गलत पायी गयी थी। जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी का आदेश जारी हुआ था।
क्या है मामला
कॉ-ओपरेटिव बैंक में साल 2011 से लेकर 2016 तक बैंक अधिकारियों की मदद से 33 करोड़ का लोन घोटाला हुआ है। विभागीय जांच के बाद इस मामले में अगस्त 2019 में सरायकेला के संजय डालमिया समेत अन्य बैंक कर्मियों कोल के आधार पर यह लोन लिया था। बैंक के द्वारा मॉर्गेज (बंधक) रखे गए कागजातों से अधिक की लोन राशि स्वीकृत कर दी गई थी। बाद में लोन एनपीए हो गया था। इस पूरे मामले में एक दर्जन से अधिक बैंक अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध हैं।
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