बिजली नहीं मिलने से ठप है जलापूर्ति की टेस्टिंग
छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना में बिजली नहीं मिलने से टेस्टिंग
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना में बिजली नहीं मिलने से टेस्टिंग का काम ठप है। इससे जलापूर्ति योजना को चालू करने में अब देर होगी। टेस्टिंग का काम एक महीने तक चलना था लेकिन, इधर पखवारे भर से टेस्टिंग का काम नहीं होने से योजना 15 दिन पीछे चली गई है।
छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना की टेस्टिंग अक्टूबर में शुरू हुई थी। 30 दिन तक लगातार इंटकवेल से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक टेस्टिंग का काम चलना था। लेकिन, 15 दिन से प्लांट को बिजली नहीं मिल पा रही है। इस वजह से इंटकवेल की मोटर बंद है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता शिशिर कुमार सोरेन ने झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के कार्यपालक अभियंता प्रदीप विश्वकर्मा को बिजली आपूर्ति चालू करने के लिए पत्र लिखा है। उधर, बिजली विभाग ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को बताया है कि ट्रांसफार्मर खराब होने की वजह से बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इसे ठीक किया जा रहा है। गौरतलब है कि छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना का जल्द ही उद्घाटन मुख्यमंत्री रघुवरदास करेंगे। विभाग इसकी तैयारी कर रहा है। टेस्टिंग का काम पूरा करने के बाद घरों में जलापूर्ति शुरू की जाएगी। इस दौरान टावर से पाइपलाइन में पानी छोड़ा जाएगा। विभाग ने अब तक 12 हजार 362 कनेक्शन कर दिए हैं। कनेक्शन 450 रुपये में किए जा रहे हैं। अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के लोगों से कनेक्शन के लिए 225 रुपये लिए जा रहे हैं। लोग पंचायत की जल सहिया से मिल कर कनेक्शन ले सकते हैं।