छऊ का क्रेज ऐसा कि यूपी और महाराष्ट्र से सीखने आ रहे लोग
सरायकेला के छऊ की लोकप्रियता पूरे देश में पहुंच चुकी है। विभिन्न राज्यों के छात्र इस नृत्य को सीखने के लिए उत्सुक रहते हैं। यहां महाराष्ट्र के वर्धा विश्वविद्यालय और उत्तर प्रदेश स्थित इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र यहां छऊ सीखने आए हैं।
जमशेदपुर, जासं : सरायकेला-खरसावां जिला स्थित सरायकेला के छऊ की लोकप्रियता पूरे देश में पहुंच चुकी है। विभिन्न राज्यों के छात्र इस नृत्य को सीखने के लिए उत्सुक रहते हैं। इस बात का पता इसी से लगाया जा सकता है कि सरायकेला में महाराष्ट्र के वर्धा विश्वविद्यालय और उत्तर प्रदेश स्थित इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र यहां छऊ सीखने आए हैं।
इन्हें गुरु तपन पटनायक छऊ नृत्य की बारीकियां सिखा रहे हैं। पटनायक ने बताया कि वर्धा से छह और इलाहाबाद के दो छात्र छऊ नृत्य का प्रशिक्षण ले रहे हैं। इन्हें करीब एक माह का बेसिक कोर्स कराया जा रहा है। वैसे बेसिक कोर्स डेढ़ माह का होता है, लेकिन चूंकि ये थिएटर के छात्र हैं, इसलिए इन्हें अभिनय और लय की शिक्षा अलग से नहीं देनी पड़ती है। ये छात्र विश्वविद्यालय से अनुमति पत्र लेकर यहां आए हैं। बेसिक कोर्स करने के बाद ये छात्र फरवरी में चले जाएंगे।
फरवरी में आएंगी रवींद्र भारती की छात्राएं
गुरु तपन पटनायक ने बताया कि कोलकाता स्थित रवींद्र भारती विश्वविद्यालय की छात्राएं प्रतिवर्ष छऊ सीखने सरायकेला आती हैं। इस बार भी फरवरी में वहां से छात्राएं आएंगी। इनके अलावा नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, दिल्ली और सिक्किम विश्वविद्यालय से भी छात्र-छात्राओं का दल यहां छह सीखने आता है। ज्यादातर छऊ सीखने वाले छात्र थियेटर की पढ़ाई करने वाले होते हैं।