Chhath Puja 2020: छठ घाटों पर जाए तो इन बातों का रखें ख्याल
कोरोना काल में छठ घाटों पर जाने की इजाजत तो मिल गई लेकिन काफी सावधानी बरतने की जरूरत है। दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या दूसरे प्रदेशों के लिए चिंता का विषय बन गया है। ऐसे में थोड़ा सा लापरवाही सबकी परेशानी बढ़ा सकता है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता) । कोरोना काल में छठ घाटों पर जाने की इजाजत तो मिल गई लेकिन काफी सावधानी बरतने की जरूरत है। दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या दूसरे प्रदेशों के लिए चिंता का विषय बन गया है। एेसे में थोड़ा सा लापरवाही सबकी परेशानी बढ़ा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि नदी या पोखरा में सामूहिक स्नान करने से कोरोना वायरस फैलने का खतरा बना हुआ है।
एक संक्रमित महिला या व्रती अगर डुबकी लगाएगी तो उसके आस-पास की महिलाएं भी संक्रमित हो सकती है। ऐसे में नदी के अंदर भी कम से कम दो गज की दूरी जरूरी है। हालांकि, संक्रमण से बचने के लिए इस बार अधिकांश लोग अपने-अपने घरों में ही कृत्रिम घाट बनाकर भगलाव सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी में जुटे हैं। फिर भी आस्था के महापर्व में बड़ी संख्या में लोग छठ घाटों पर जाएंगे। मौसम भी बदल रहा है, एेसे में बच्चे व बुजुर्ग लोगों को भी घाट जाने के दौरान विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
छठ घाटों पर बरतें ये सावधानी
- शारीरिक दूरी का पालन अवश्य करें।
- हर कोई मास्क पहनकर जाएं।
- सैनिटाइजर का उपयोग करते रहें।
- कम से कम लोग नदी व पोखरा में स्नान करने के लिए उतरे। हर बार देखा जाता है कि जो लोग व्रत नहीं करते वे भी नदी में स्नान करने के लिए उतर जाते है। लेकिन इस बार बचने की जरूरत है।
- भीड़ अधिक होने की वजह से संक्रमण तेजी से फैल सकता है। जैसे दिल्ली में फैला हुअा है।
- व्रती नदी में उतरे तो कम से कम दो गज की दूरी पर ही स्नान करें।
सुबह में बच्चे व बुजुर्गों को ध्यान देने की जरूरत
मौसम लगातार बदल रहा है। सुबह में ठंड भी बढ़ गया है। एेसे में बच्चे व बुजुर्गों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सुबह में छठ घाटों पर जाए तो गर्म वस्त्र पहने। अन्यथा उनकी परेशानी बढ़ सकती है। चिकित्सकों के अनुसार, शुरूआती और अंतिम ठंड ज्यादा खतरनाक होता है। खासकर हृदय व अस्थमा रोगियों को विशेष सावधान होने की जरूरत है।
छठ पूजा में इस बार विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन हर किसी को करना चाहिए। थोड़ा सा भी लापरवाही मुश्किल में डाल सकता है। अभी कोरोना मरीजों की संख्या थोड़ा कम जरूर हुई है लेकिन हमें पिछले दिनों को भी याद करने की जरूरत है। शहर की क्या स्थिति हो गई थी। वह फिर से नहीं आए, इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। - डॉ. बलराम झा, फिजिशियन, एमजीएम।