Chhath Puja 2020: किसी ने छत पर तो किसी ने टब में खड़े होकर दिया उदीयमान सूर्य को अर्घ्य Jamshedpur News
इस बार छठ को लेकर झारखंड सरकार का दिशानिर्देश काफी विलंब से आया। इसके लिए एक तरफ से राजनीतिक दलों और श्रद्धालुओं को काफी इंतजार करना पड़ा। बहरहाल जब तक निर्देश आया तब तक कई लोगों ने कृत्रिम छठ घाट बना लिए। किसी ने छोटा स्वीमिंग पूल खरीद लिया...
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता) । इस बार छठ को लेकर झारखंड सरकार का दिशानिर्देश काफी विलंब से आया। इसके लिए एक तरफ से राजनीतिक दलों और श्रद्धालुओं को काफी इंतजार करना पड़ा। बहरहाल जब तक निर्देश आया, तब तक कई लोगों ने कृत्रिम छठ घाट बना लिए। किसी ने छोटा स्वीमिंग पूल खरीद लिया तो किसी ने हवा भरने वाला वाटर टब मंगा लिया। किसी ने छत पर अर्घ्य देने की व्यवस्था कर ली, तो किसी ने घर के पास खाली स्थान पर खड़े होने लायक गड्ढा खोद लिया। इस बार छठ पर कुछ ऐसे प्रयोग भी हुए हैं, जिसके बारे में पहले सोचा नहीं गया था। सिदगोड़ा, बारीडीह, एग्रिको आदि इलाकों में खाली पड़े कंपनी क्वार्टरों का इस्तेमाल छठ करने के लिए किया। टाटा स्टील के इन क्वार्टरों के आगे पड़ोसियों ने छोटे-छोटे गड्ढे बना लिए थे। इनका कहना था छूट मिलने पर भी वे यहीं छठ करेंगे।
मानगों की न्यू ग्रीन सिटी कॉलोनी में गड्ढा करके टंकी बनाने की जगह दीवार उठाकर मैदान में पानी की अस्थायी टंकी बना दी गई ताकि छठ संपन्न होते ही इसे हटाया जा सके। दोबारा मैदान का पहले की तरह इस्तेमाल हो सके। वहीं कदमा में जमशेदपुर अभिभावक संघ के अध्यक्ष डॉ. उमेश कुमार ने पत्नी के साथ प्लास्टिक की बड़ी सी बाल्टी में खड़े होकर अपने घर पर सूर्य देव को अर्घ्य दिया। इस बार बागबेड़ा, परसुडीह, करनडीह समेत कई इलाकों में जेसीबी से गड्ढा खोदकर अस्थायी तालाब बनाए गए थे। इसकी वजह से नदी घाटों पर पिछले वर्ष की तुलना में कम भीड़ हुई, जिससे प्रशासन को भी ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा।