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Chaiti Chhath 2020: सूर्योपासना के महापर्व चैती छठ का पहला अर्घ्‍य आज, घर पर ही अर्घ्‍य देने की अपील Jamshedpur News

Chaiti Chhath 2020. आज यानी सोमवार को पहला अर्घ्‍य दिया जाएगा। प्रशासन ने कोरोना से उत्‍पन्‍न हालात के मद्देनजर व्रतियों से घर पर ही अर्घ्‍य देने की अपील की है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Mon, 30 Mar 2020 09:17 AM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2020 09:17 AM (IST)
Chaiti Chhath 2020: सूर्योपासना के महापर्व चैती छठ का पहला अर्घ्‍य आज, घर पर ही अर्घ्‍य देने की अपील Jamshedpur News
Chaiti Chhath 2020: सूर्योपासना के महापर्व चैती छठ का पहला अर्घ्‍य आज, घर पर ही अर्घ्‍य देने की अपील Jamshedpur News

जमशेदपुर, जासं।  Chaiti Chhath 2020  सूर्योपासना का महापर्व चैती छठ का व्रत रविवार को खरना के साथ शुरू हो गया। वैश्विक महामारी बने कोरोना वायरस का साया सूर्योपासना के महापर्व चैती छठ पर भी है। इससे श्रद्धालुओं का उत्साह कम देखा जा रहा है। आज यानी सोमवार को पहला अर्घ्‍य दिया जाएगा। प्रशासन ने कोरोना से उत्‍पन्‍न हालात के मद्देनजर व्रतियों से घर पर ही अर्घ्‍य देने की अपील की है।  

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शनिवार को लॉकडाउन के बीच नहाय-खाय के साथ शुरू हुए चार दिवसीय महापर्व चैती छठ में रविवार को खरना था। इस अवसर पर छठ व्रतियों ने गुड़ की खीर और रोटी का प्रसाद ग्रहण किया। इसके पूर्व नए चूल्हे का हवन-पूजन किया गया। आम की लकड़ी से खीर व रोटी बनायी गई।  छठ व्रतियों के साथ श्रद्धालुओं ने भी प्रसाद ग्रहण किए। इसके लिए गेंहू को अच्छी तरह से धोकर सुखाया गया था। खरना में रोटी और खीर का प्रसाद ग्रहण करने के साथ ही व्रत शुरू हो गया।

आज यानी सोमवार को छठ व्रती शाम को अस्ताचलगामी सूर्य देव को पहला अर्घ्‍य अर्पण करेंगे। इसके बाद मंगलवार को सुबह उगते सूर्य को  अर्घ्‍य अर्पण करने के साथ ही महापर्व का समापन होगा। कोरोना के कहर के कारण लोग अपने-अपने घरों में ही महापर्व के सभी रीत निभा रहे हैं। वैसे पंडित व पुरोहितों ने श्रद्धालुओं से अपने-अपने घर के आंगन और छत पर ही छठ का अर्घ्‍य देने की अपील की है।

नवरात्र के पांचवें दिन पूजी गईं मां स्कन्दमाता

चैत्र नवरात्र के पांचवें दिन रविवार को देवी दुर्गा के पांचवें स्वरूप मां स्कन्दमाता की पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान मां दुर्गा चंडी पाठ, हवन पूजन व आरती आदि की गई । कोरोना वायरस को लेकर शहर के सभी देवी मंदिर बंद हैं। बंद मंदिरों में पुरोहितों द्वारा सभी धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराया जा रहा है। श्रद्धालुओं को वायरस के प्रकोप को देखते हुए अपने-अपने घरों में ही नवरात्र पूजन करने की अपील की गई थी। महामारी को देखते हुए सभी भक्त अपने-अपने घर पर ही नवरात्र पूजन कर रहे हैं। मंदिर से की गई अपील के बाद श्रद्धालुओं ने महामारी के संक्रमण को देखते हुए मंदिर से दूरी बनाई है। शहर के बेल्डीह कालीबाड़ी, कदमा स्थित रंकिणी मंदिर, साकची दुर्गाबाड़ी, मनोकामनानाथ मंदिर, शीतला मंदिर आदि के कपाट बंद हैं। यहां बंद मंदिर में माता की पूजन की जा रही है। शीतला मंदिर में रविवार को लॉकडाउन के बीच गरीबों के बीच भोग वितरण किया गया।


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