लोहा बनानेवाले शहर का दिल नरम, कैंसर से जूझ रहे गोलगप्पा वाला का चंदा कर हो रहा इलाज
जमशेदपुर में सिर्फ लोहा ही नहीं बनता यहां नरमदिल इनसान भी बसते हैं। दूसरों का दुख-दर्द देखकर हजारों हाथ मदद को बढ़ जाते हैं। बिष्टुपुर मिलानी एसोसिएशन क्लब की ओर से 41 हजार रुपये इकट्ठा कर कैंसर पीडि़त की मदद की गई।
जमशेदपुर, जासं। गोलगप्पा बेचकर जीवनयापन करने वाले कदमा शास्त्रीनगर के संजय सिंह जिदंगी व मौत से जूझ रहे हैं। उनकी उम्र मात्र 34 साल है और वे कैंसर बीमारी से ग्रस्त हो चुके हैं। चिंता की बात यह है कि उनके पास इलाज कराने को पैसा नहीं है। ऐसे में शहरवासी चंदा इकट्ठा कर उनका इलाज करा रहे हैं। मंगलवार को बिष्टुपुर मिलानी एसोसिएशन क्लब की ओर से 41 हजार रुपये इकट्ठा कर उनकी मदद की गई।
क्लब के सचिव राजू दत्ता ने मरीज के पिता इंद्रदेव सिंह को मदद राशि सौंपी और आगे भी मदद का भरोसा दिया। क्लब के संयुक्त सचिव कृष्णनंदू चटर्जी ने बताया कि मिलानी हॉल के समीप संजय सिंह गोलगप्पा बेचता था। इसी दौरान अचानक से उनमें कैंसर की पुष्टि हुई। इसके बाद से वे लगभग दो माह से वेल्लूर में इलाज करा रहे हैं। वहीं, मरीज के पिता इंद्रदेव सिंह ने कहा कि बीमारी के नाम सुनकर कई लोगों ने मदद की जिसके बल पर अभी तक वे इलाज करा रहे हैं। लेकिन, अब उनके पास पैसा नहीं है। ऐसे में वह इलाज कैसे कराएंगे। गोल्डेन कार्ड इ
हालांकि, सरकार की तरफ से गरीबों के लिए आयुष्मान भारत योजना संचालित होती है लेकिन इंद्रदेव सिंह के पास गोल्डन कार्ड भी नहीं है कि इसका लाभ उठा सकें। वहीं, मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना भी बंद हो गई है। ऐसे में गरीब मरीजों को इलाज कराने में काफी परेशानी हो रही है। पूर्वी सिंहभूम जिले में मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना दिसंबर माह से बंद हुई है।