पेट्रोल भराने जितने समय में चार्ज होगी आपकी ईवी कार, इस तकनीक का होगा इस्तेमाल
जब इलेक्ट्रिक कार की बात आती है तो आपके मन में यह सवाल जरूर उठता होगा कि बैटरी डिस्चार्ज होने के बाद कितने देर में चार्ज होगी। क्योंकि पेट्रोल तो हम मिनटों पर भराकर चल देते हैं। आज ऐसे ही सवालों का जवाब के लिए यहां पढ़िए...
जमशेदपुर : देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) के क्षेत्र में क्रांति आ गई है। हर वाहन निर्माता कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में उतार रही है। फिर वह चाहे टाटा मोटर्स हो, ऑडी हो या फिर लैंड रोवर जैसी एलिट क्लास कंपनी। विगत वर्षो में इलेक्ट्रिक वाहन को लेकर बाजार में क्रेज भी जबदस्त बढ़ा है।
इन सबके बावजूद वाहन खरीदने वाले कस्टमर से लेकर निर्माता कंपनियां सबसे ज्यादा परेशान है इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज होने में लगने वाला समय। ऐसे में कार चालक भी लंबी दूरी की यात्रा के लिए इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहते। जो वाहन निर्माता कंपनियों की सबसे बड़ी समस्या आ रही है। ऐसे में एक कंपनी ने एक ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया है जिसकी मदद से पेट्रोल भराने जितने समय में वाहन 100 प्रतिशत चार्ज हो जाएगा।
कार को चार्ज होने में लगते हैं आठ घंटे
आपको बता दें कि टाटा मोटर्स जैसे लेटेस्ट वर्जन की कार टाटा नेक्सन ईवी को भी परंपरागत रूप से चार्ज होने में आठ घंटे का समय लगता है। जबकि कार में 30.2 किलोवॉट आवर की बैटरी लगी है। यदि कार को फास्ट चार्जर से भी चार्ज किया जाए तब भी कार को पूरी तरह से चार्ज होने में दो घंटे का समय लगता है। ऐसे में कोई भी कस्टमर किसी भी चार्जिंग स्टेशन में इतनी देर खड़ा नहीं होना चाहता और इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनियों के सामने यही सबसे बड़ी समस्या आ रही है कि कैसे चार्जिंग पर लगने वाले समय को कम किया जाए। इसके लिए सभी वाहन निर्माता कंपनियां नई तकनीक पर काम कर रही है।
चीन ने तैयार की है नई तकनीक
आपको बता दें कि चीन की ईव एनर्जी ने इजराल की टेक कंपनी स्टोर डॉट द्वारा नए युग की लिथियम आयन बैटरी विकसित की है। कंपनी की ओर से 1000 सैंपल बैटरियों का उत्पादन किया गया था जो मात्र पांच मिनट पर 100 प्रतिशत चार्ज हो रही है।
इसी तरह की तकनीक का इस्तेमाल कर फोर्ड मोटर्स कंपनी की समर्पित यूएस बेस्ट कंपनी सॉलिड पावर ने भी एक ऐसी बैटरी निर्माण करने का दावा किया है जो बेहतर माइलेज तो देगी ही साथ ही मात्र पांच मिनट में फुल चार्ज भी हो जाएगी। फिलहाल इस तकनीक पर और काम हो रहा है और इसकी ड्यूरेबिलिटी को देखा जा रहा है। यदि यह सफल रही तो ईवी कार के क्षेत्र में जबदस्त क्रांति आएगी।