दीनानाथ हुए सहाय, और ट्रेनों में चढ़ गए सभी श्रद्धालु
बूढ़े, बच्चे और महिलाएं। साथ में सामान। यात्रा की आपाधापी। ठेलम-ठेल। यह सबकुछ नजर आया रविवार को टाटानगर स्टेशन पर। टिकट काउंटर से लेकर प्लेटफार्म तक लोगों का रेला ही दिखा। जब बिहार जाने वाली ट्रेनें प्लेटफार्म पर पहुंचतीं तो भगदड़ की स्थिति बन जाती। जो सक्षम रहे वे सीट पाए जो नहीं वे अंदर घुसकर खड़े हो गए। ऐसे में कुछ यात्री नीचे भी रह गए। पहले तो लगा कि वे छठ पर घर नहीं पहुंच पाएंगे, तब बाहर बचे लोग छठ गीत 'दीनानाथ होई न सहाय' का सहारा लिए और ट्रेनों के खुलने तक वे भी सवार हो गए। उनकी मदद सहयात्रियों ने की।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : बूढ़े, बच्चे और महिलाएं। साथ में सामान। यात्रा की आपाधापी। ठेलम-ठेल। यह सबकुछ नजर आया रविवार को टाटानगर स्टेशन पर। टिकट काउंटर से लेकर प्लेटफार्म तक लोगों का रेला ही दिखा। जब बिहार जाने वाली ट्रेनें प्लेटफार्म पर पहुंचतीं तो भगदड़ की स्थिति बन जाती। जो सक्षम रहे वे सीट पाए जो नहीं वे अंदर घुसकर खड़े हो गए। ऐसे में कुछ यात्री नीचे भी रह गए। पहले तो लगा कि वे छठ पर घर नहीं पहुंच पाएंगे, तब बाहर बचे लोग छठ गीत 'दीनानाथ होई न सहाय' का सहारा लिए और ट्रेनों के खुलने तक वे भी सवार हो गए। उनकी मदद सहयात्रियों ने की।
छठ पर ट्रेनों जगह नहीं मिल रही। इसलिए अब लोग मंत्री, विधायक, सांसद का पैरवी पत्र लेकर पहुंच रहे। इधर, टाटानगर स्टेशन से बिहार जाने वाली टाटा-छपरा एक्सप्रेस, साउथ बिहार एक्सप्रेस, टाटा-दानापुर एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों में भीड़ उमड़ पड़ी। एसी से लेकर साधारण कोचों में लोग खचाखच भरे रहे। पिछले सात-आठ दिनों से मुसाफिर टॉयलेट तक में सफर कर रहे हैं। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए आरपीएफ के जवान सक्रिय नजर आए।
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चोर उच्चकों पर नजर, दो की हुई पाकेटमारी
बुकिंग काउंटर में टिकट कटाने के लिए कतार लगी रही। रविवार की सुबह सोनारी निवासी राकेश कुमार, मानगो निवासी अब्दुल रहमान के पर्स की चोरी हो गई। यात्रा की हड़बड़ी में इनलोगों ने शिकायत नहीं की।
बस की बोनट व बेंच पर बैठकर जा रहे बिहार
मानगो बस स्टैंड से खुलने वाली बसों की सीटें पहले से ही बुक हैं। बावजूद इसके बस एजेंट पटना, आरा, बक्सर, गया, जहानाबाद चिल्लाकर यात्रियों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। यात्री जब सीट की बात करते हैं तो उन्हें आगे चलकर सीट देने की बात कहते हैं। लोग बस की बोनट व बेंच पर यात्रा कर रहे हैं।
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बिहार के लिए करीब सौ बस
मानगो बस स्टैंड से बिहार जाने वाली करीब एक सौ बसें हैं। मानगो से नवादा, पटना, मोतिहारी, दरभंगा, आरा, सिवान, छपरा, भागलपुर, पूर्णिया, गया, जहानाबाद, बरौनी, बेगूसराय सहित बिहार के अन्य शहरों के लिए बसें यात्रियों से भरी हुई जा रही है। जमशेदपुर बस ऑनर वेलफेयर एसोसिएशन के संरक्षक उपेंद्र सिंह ने बताया कि बिहार जाने वाली बसों में यात्रियों की भीड़ लगातार बढ़ रही है।