Bumper Vacancy : नौकरियों की आई बहार, 100 प्रतिशत Salary Hike के साथ हायर हो रहे प्रोफेशनल्स
IT Employees वैसे तो भारत डिजिटल क्रांति का केंद्र रहा है। टीसीएस विप्रो इंफोसिस जैसी स्वदेशी कंपनियां लाखों प्रोफेशनल्स को रोजगार दे रही है। फिलहाल कंपनिया क्लाउट कंप्युटिंग पर शिफ्ट हो रही है। ऐसे में रोजगार के बड़े अवसर पैदा होंगे।
जमशेदपुर : देश में जैसे-जैसे डिजिटल जोर पकड़ता जा रहा है, वैसे ही आईटी कंपनियां भी अपने यहां अधिक से अधिक प्रोफेशनलों को हायर करने की जुगत में जुट गई है। क्योंकि अब ट्रेन की टिकट हो या राशन, दवाई हो या सिनेमा टिकट की बुकिंग, सबकुछ ऑनलाइन हो गया है।
ऐसे में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज सहित आईटी कंपनियों के पास अधिक काम आ रहे हैं। इसे पूरा करने के लिए उन्हें आईटी प्रोफेशनल की जरूरत पड़ रही है। ऐसे में आईटी कंपनियां दूसरी कंपनियों के प्रोफेशनल को 100 प्रतिशत हाईक पर भी वेतन देने से पीछे नहीं हट रहे हैं। ऐसे में आइटी से जुड़े प्रोफेशनलों के पास वर्तमान में नौकरी की बहार आ चुकी है।
आईटी कंपनियां एक लाख से अधिक युवाओं को करेगी हायर
भारत की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा प्रदाता टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), इंफोसिस और विप्रो इस वित्तीय वर्ष में एक लाख से अधिक फ्रेशर्स को हायर करने की तैयारी कर रही है। कई कंपनियों ने तो तिमाही आंकड़ों में ही इस दिशा में पहल करने का दावा भी करना शुरू कर दिया है। कॉग्निजेंट ने जुलाई में कहा था कि उसने इस साल 30,000 फ्रेशर्स और एक लाख 100,000 लेटरल को हायर करने की योजना बनाई है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कंपनी हर दिन 300 300 अनुभवी पेशेवरों को अपने शामिल शामिल कर रही है।
टीसीएस करेगी 40 हजार युवाओं को हायर
वित्त वर्ष 2021-22 में टीसीएस भारत में कैंपस से 40,000 से अधिक फ्रेशर्स को हायर करेगी। वहीं, इंफोसिस इस साल दुनिया भर के कॉलेजों से करीब 35,000 इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स को हायर करने की योजना बना रही है। मार्च में इंफोसिस में कर्मचारियों की कुल संख्या 2.59 लाख थी जो जून में सप्ताह हुए पहली तिमाही के अंत में बढ़ कर 2.67 लाख हो चुके हैं।
विप्रो में कर्मचारियों की संख्या दो लाख पार
विप्रो कंपनी की पहली तिमाही में किए गए अपडेट के अनुसार, विप्रो की आईटी सेवा कार्यबल में दो लाख के आंकड़े को पार कर चुका है। वर्तमान में कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या 209,890 है। पहली तिमाही में 10,000 से अधिक श्रमिकों को बाद में काम पर रखा गया था, जिसमें केवल 2,000 फ्रेशर्स ही शामिल हैं। वहीं, दूसरी तिमाही में 6,000 फ्रेशर्स की ऑनबोर्डिंग विप्रो द्वारा अब तक की सबसे अधिक होगी। कंपनी इस साल वित्त वर्ष में फ्रेशर्स के लिए 30 हजार से अधिक ऑफर लेटर तैयार कर रही है। इसमें 22,000 फ्रेशर्स के शामिल होने की उम्मीद है।
आईटी सेवा कंपनियों में प्रस्ताव स्वीकृति दर
हालांकि आइटी कंपनियां पहले से दूसरी कंपनियों में कार्यरत आइटी प्रोफेशनलों को अपने यहां नौकरी देने के लिए जो ऑफर दे रही है। उसमें ऑफर स्वीकृत दर में 80 प्रतिशत से गिरकर 45 प्रतिशत तक हो चुकी है। एक्सफेनो एजेंसी के आंकड़ों के अनुसार फुल स्टैक इंजीनियर, डेटा इंजीनियर, डेटा साइंटिस्ट और डेवलपमेंट ऑपरेशन इंजीनियरों को कुछ कंपनियों ने अपने यहां नौकरी के लिए ऑफर दिए थे लेकिन उसमें ऑफर स्वीकृति दर 80 प्रतिशत से गिरकर 45 प्रतिशत तक पहुंच चुका है।
बड़ी कंपनियां दे रही है स्पेशल पैकेज
कॉरपोरेशन बड़े वेतन ऑफर को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए स्पेशल पैकेज भी दे रही है ताकि प्रोफेशनल उनकी कंपनी की ओर ज्यादा तेजी से आकर्षित हो और उन्हें आसानी से अच्छे कर्मचारी मिल सके। बाला सुंदरम का कहना है कि कुछ आईटी कंपनियां दूसरे प्रोफेशनल को हायर करने के लिए साल के बीच में ही बोनस देने को भी तैयार हैं।
क्लाउड आधारित जॉब ऑफर
क्लाउड में महत्वपूर्ण काम को करने के लिए कई कंपनियां दूसरी कंपनी के प्रोफेशनल को अपने यहां उनके मूल वेतन से 100 प्रतिशत अधिक वेतन देने को भी तैयार हैं। वे क्लाउड-नेटिव, मीन स्टैक डेवलपर्स (वेब एप्लिकेशन विकसित करने के लिए जावास्क्रिप्ट-आधारित फ्रेमवर्क) हैं। उनका कहना है कि हमारी हाल की भर्तियों में से, लगभग 100 ने इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया और जब हमने एक सर्वेक्षण चलाया, तो डेटा से पता चला कि इन विशेष भूमिकाओं को उनके वर्तमान मुआवजे से वेतन में 94 प्रतिशत अधिक वेतन ऑफिर किए गए थे। लेकिन जब संबधित कर्मचारी दूसरी कंपनी से मिल रहे ऑफर की जानकारी अपने वर्तमान कंपनी को बताते हैं तो वे भी स्वत: उन्हें उनकी वेतन में उसी अनुपात में बढ़ोतरी कर अपने यहां रोक ले रही है।