Jharkhand के जमशेदपुर मेंं भी Black fungus की इंट्री, टीएमएच में मिला एक मरीज
टाटा मेन हास्पिटल (टीएमएच) में ब्लैक फंगस या म्यूकोरमाइकोसिस का एक मरीज मिला है। टीएमएच प्रबंधन ने इसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेज दी है। मालूम हो कि ब्लैक फंगस से अब तक झारखंड में आधा दर्जन से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है।
जमशेदपुर, जासं। टाटा मेन हास्पिटल (टीएमएच) में ब्लैक फंगस या म्यूकोरमाइकोसिस का एक मरीज मिला है। टीएमएच प्रबंधन ने इसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेज दी है। टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) के स्वास्थ्य सलाहकार डा. राजन चौधरी ने शुक्रवार शाम टेली कांफ्रेंस द्वारा यह जानकारी दी।
उन्हाेंने बताया कि ब्लैक फंगस कोई नई बीमारी नहीं है। पहले वेब में भी इसका एक मरीज मिला था। जिन मरीजों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है या जिन्हें कैंसर, डाइबिटिज की समस्या रहती है या कोविड इलाज में जिन्हें स्टेरॉयड दिया जाता है। उनमें इस तरह की समस्या आ सकती है। अब यह टेस्ट रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा कि संबधित मरीज कैसे ब्लैक फंगस की चपेट में आया। हालांकि टीएमएच प्रबंधन संबधित मरीज के इलाज कर रहा है। मालूम हो कि ब्लैक फंगस से अब तक झारखंड में आधा दर्जन से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है।
शहर में ढ़लान की ओर से है कोविड महामारी का संक्रमण
डा. चौधरी ने बताया कि पिछले तीन दिनों में टाटा मेन हॉस्पिटल में जो आंकड़े आए हैं उससे देखते हुए यह कह सकते हैं कि कोविड 19 के संक्रमण ने अपना उच्चतम स्तर को छू लिया है और अब यह ढ़लान की ओर है। तीन दिनों में संक्रमित होकर भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या, मौत के आंकड़े और पॉजिटिविटी रेट में कमी आई है। तीन सप्ताह पहले आरटी-पीसीआर और ट्रूनेट की पॉजिटिविटी रेट 48.89 प्रतिशत तक पहुंच चुका था जो पिछले सप्ताह 32.84 प्रतिशत और वर्तमान में 32.17 प्रतिशत पर है। वहीं, तीन दिनों में 123 नए संक्रमित मरीज भर्ती हुए हैं जबकि चार दिन पहले यह आंकड़ा 158 तक था। वहीं, तीन दिनों में 40 मरीजों की कोविड से मौत हुई थी। इसमें सबसे ज्यादा 28 पूर्वी सिंहभूम का है। जबकि शेष सरायकेला-खरसावां, धनबाद व अन्य स्थान के भी मरीज हैं। जबकि पिछले चार दिन पहले टीएमएच में 76 मरीजों की कोविड से मौत हुई थी। डा. चौधरी का कहना है कि कोविड संक्रमण के कम होते आंकड़ों को देखते हुए हम यह कह सकते हैं कि कोरोना संक्रमण ढ़लान की ओर है।
18 वर्ष से अधिक उम्र वालों की वैक्सीन शुरू
डा. चौधरी ने बताया कि सरकार के निर्देश के बाद लोयला स्कूल में टीएमएच अपने संसाधनों के साथ वैक्सीन दे रहा है। पहले दिन 1000 लोगों को वैक्सीन देने के लिए स्लॉट बुक था और शाम चार बजे तक 850 शहरवासियों को वैक्सीन दिया जा चुका है। उन्होंने बताया कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन किया जाएगा। जिन्होंने अपने दूसरे डोज के लिए अपना स्लॉट बुक कर चुके हैं उन्हें शुक्रवार को वैक्सीन दिया जाएगा। लेकिन शनिवार से केंद्र सरकार के निर्देशानुसार पहला वैक्सीन लेने के बाद 16 से 18 सप्ताह बाद ही दूसरा वैक्सीन दिया जाएगा।
पोस्ट कोविड में बढ़ाएंगे मरीजों की संख्या
टीएमएच के स्वास्थ्य सलाहकार ने बताया कि पिछले दो-तीन माह में कई पॉजिटिव मरीज ठीक होकर गए हैं। पहले वेव में देखा गया था कि ठीक होकर घर जाने के बाद कई मरीजों को सांस लेने में तकलीफ, थकान, सीने में दर्द सहित दूसरी पोस्ट काेविड समस्याएं आई थी। ऐसे में हम टीएमएच में संचालित अपने पोस्ट कोविड सेंटर में मरीजों की संख्या को अगले दो दिनों में 60 से बढ़ाकर 80 से 100 करने की तैयारी कर रहे हैं।
डबल या इंडियन म्युटेंट ज्यादा खतरनाक
डा. चौधरी का कहना है कि ड़बल म्युटेंट, जिसे इंडियन म्युटेंट भी कहा जा रहा है यह पहले के मुकाबले ज्यादा खतरनाक और घातक है। देखने में आया है कि यह भारत के अलावा दुनिया के 44 देशों में इस वायरस का संक्रमण
मास्क पहनना व शारीरिक दूरी का पालन करते रहे
डा. चौधरी का कहना है कि कोविड मरीजों की संख्या कम होने का मतलब है कि संक्रमण कम हुआ है लेकिन यह अभी तक पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है इसलिए सभी शहरवासियों से अपील है कि वे नियमित रूप से मास्क पहने। शारीरिक दूरी का पालन करें और भीड़-भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचे।
रामगढ़िया व ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में बनेगा कोविड अस्पताल
डा. चौधरी ने बताया कि तीसरे वेब के लिए हमारी तैयारी जारी है। साकची स्थित रामगढ़िया समाज में 38 जबकि इम्प्लाई ट्रेनिंग सेंटर में 52 औक्सीजन युक्त बेड की तैयारी चल रही है। हमारी कोशिश से एयर वाटर कंपनी से पाइप लाइन की मदद से गैस नए बनाए जा रहे कोविड सेंटर तक पहुंचाया जाए। वर्तमान में टीएमएच अपने संसाधनों से (डाक्टर, नर्स व पारा मेडिकल स्टाफ) से ही इन कोविड सेंटर का संचालन करेगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में हमारे 230 कर्मचारी कोविड पॉजिटिव हैं या क्वारंटाइन। इनमें 50 डाक्टर, 94 नर्स सहित शेष पारा मेडिकल स्टाफ व सपोर्ट स्टाफ हैं।