बिरसानगर थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मी निलंबित, पुलिस से बचने को तालाब में कूदने से हुई थी युवक की मौत Jamshedpur News
सीटू तालाब में पुलिस को देख बचने को बिरसानगर जोन संख्या के निवासी विक्की महतो ने सोमवार रात छलांग लगा दी थी जिससे उसकी मौत हो गई थी।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। सीटू तालाब में पुलिस को देख बचने को बिरसानगर जोन संख्या के निवासी विक्की महतो ने सोमवार रात छलांग लगा दी थी जिससे उसकी मौत हो गई थी।
इस मामले में वरीय पुलिस अधीक्षक अनूप बिरथरे ने तत्काल प्रभाव से कर्तव्यहीनता के आरोप में बिरसानगर थाना प्रभारी सुनिल कुमार कुशवाहा और पुलिसकर्मी मणीकांत सिंह और जयजय कुमार को निलंबित कर दिया। प्रथम दृष्टया जांच में इनकी लापरवाही पाई गई। मामले की विभागीय जांच जारी रहेगी।
यह हुई थी घटना
6 अप्रैल की शाम साढ़े पांच बजे बिरसानगर थाना प्रभारी अपने दो पुलिसकर्मियों के साथ गश्ती पर निकले थे। लॉकडाउन उल्लघंन करने वालों को पकडऩे निकले थे। सीटू तालाब के पास तीन युवकों को बैठा देखा। पुलिस ने सभी को दौड़ाया। गिरफ्तारी से बचने को विक्की महतो और आशिक ने तालाब में छलांग लगा दी। थाना प्रभारी और पुलिसकर्मी के खड़े होकर देखते रहे। मानवीय आधार पर बचाने की कोशिश नहीं की गई।
तीन घंटे बाद निकाला जा सका था तालाब से शव
तालाब में कूदने के बाद तैरकर आशिक भाग निकला जबकि विक्की गहरे पानी में डूब गया। रात साढ़े आठ बजे उसका शव तालाब से निकाला गया। विधायक सरयू राय ने मामले को गंभीरता से लिया। पुलिसिया लापरवाही की शिकायत की। तालाब से शव बरामदगी के बाद लोगों ने हंगामा भी मचाया था। पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की गई थी। आश्वासन मिला था कि विभागीय जांच हो रही है। जो दोषी होगा कार्रवाई होगी इसके बाद मंगलवार को लोग शव का पोस्टमार्टम कराने को तैयार हुए। बुधवार को एसएसपी ने दोषियों को निलंबित कर दिया।
लोग मांग रहे मृतक की मां के लिए नौकरी, मुआवजा
गौरतलब हैं कि मृतक की मां को नौकरी और 20 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग लोगों ने कर रखी है। विक्की लाइट डेकोरेटर के यहां काम करता था। इससे पहले बिरसानगर थाना प्रभारी भूषण कुमार को भाजपाइयों के कारण थाना से हटा दिया गया था।