रांची व जमशेदपुर में दवाओं की खरीद में भारी अंतर, एक ही कंपनी से एक ही दवा अलग-अलग रेट पर बिकी
रांची व जमशेदपुर में दवाओं की खरीद में भारी अंतर पाया गया है। रांची में 152 व जमशेदपुर में 84.50 रुपये में एल्बेंडाजोल की खरीददारी हुई है। एक ही कंपनी से दवाओं की अलग-अलग रेट पर खरीद ने चिंता बढ़ा दी है।
अमित तिवारी, जमशेदपुर। जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा खरीदी गई दवाओं में भारी अंतर पाया गया है। विभाग ने एक ही दवा एक ही कंपनी से दो अलग-अलग रेट पर खरीदी है। इसका खुलासा सूचना अधिकार अधिनियम (आरटीआई) के तहत हुआ है। वर्ष 2020-22 में कर्नाटक एंटीबायोटिक्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड कंपनी से रांची कारपोरेशन ने एल्बेंडाजोल दवा (100 टेबलेट) 151.47 रुपये में खरीदी है। जबकि वही दवा, उसी कंपनी से पूर्वी सिंहभूम जिले में स्वास्थ्य विभाग ने 84.50 रुपये में खरीदी है। यानि 66.97 रुपये का अंतर है।
अन्य दवाओं की कीमत में भी है अंतर
इसी तरह, कारपोरेशन में कैल्शियम विटामिन डी3 दवा 47 रुपये में खरीदी गई है। जबकि जिले में स्थानीय स्तर पर उसकी खरीदारी 42.22 रुपये में हुई है। अमाक्सी दवा की खरीदारी कारपोरेशन में 152.33 रुपये में हुई है। जबकि जिले में 164.29 रुपये में खरीदी गई है।
एक ही कंपनी से दवाओं की खरीददारी रेट अलग
सिप्रोफ्लोक्सासिन की खरीदारी कारपोरेशन में 123.31 रुपये में हुई है, जबकि जिले में स्थानीय स्तर पर 132.99 रुपये में हुई है। इस तरह से तमाम दवाओं की खरीदारी अलग-अलग रेट पर हुई है। अब यह जांच का विषय है कि यह गड़बड़ी कैसे हुई। चूंकि, दोनों जगहों पर दवाओं की खरीद रेट अलग-अलग है। जबकि एक ही कंपनी से दवा खरीदी गई है।
दो करोड़ रुपये से अधिक की खरीदी गई दवा
पूर्वी सिंहभूम जिले में बीते पांच साल में दो करोड़ रुपये से अधिक की दवा की आपूर्ति हुई है। इसमें रांची कारपोरेशन से जिले में एक करोड़ 66 लाख 29 हजार 864 रुपये की दवा आई है। जबकि जिले स्तर पर 80 लाख पांच हजार 68 रुपये की दवा खरीदी गई है।
रांची कारपोरेशन से किस साल कितने रुपये की आई दवा
साल : राशि (रु)
2022-23 : 212957.68
2021-22 : 1609585.92
2020-21 : 13,955,681.95
2018-19 : 851639.00
कुल : 16,629,864.55
स्थानीय स्तर पर किस साल कितने रुपये की दवा खरीदी गई
साल : राशि (रु.)
2019-20 : 632017.00
2020-21 : 2809656.00
2021-22 : 4563395.00
कुल : 8005068.00
सरयू राय ने दवा घोटाला का लगाया है आरोप
जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने पूर्व में स्वास्थ्य विभाग पर दवा घोटाला का आरोप लगा चुके हैं। उनके द्वारा राज्य सरकार को शिकायत की गई है कि दवाओं की खरीदारी गलत ढंग से हुई है। इस मामले की जांच होनी चाहिए।
कर्नाटक एंटीबायोटिक्स कंपनी से खरीदी गई दवा
- डोमपरिडोन दवा कारपोरेशन से 8.75 रुपये में खरीदी गई। जबकि पूर्वी सिंहभूम जिले में 9.44 रुपये में खरीदी गई है।
- ग्लिमेपिराइड दवा कारपोरेशन में 100 पीस 20 रुपये में खरीदी गई। जबकि स्थानीय स्तर पर 21.98 रुपये में खरीदी गई है।
- एटोरवास्टेटिन दवा कारपोरेशन से 229.79 रुपये में खरीदी गई। जबकि स्थानीय स्तर पर 247.83 रुपये में खरीदी गई है।
- मेट्रोनिडाजोल दवा कारपोरेशन से 88 रुपये में खरीदी गई। जबकि स्थानीय स्तर पर 78.59 रुपये में खरीदी गई है।
- सेफोपेराजोन दवा कारपोरेशन में 41.56 व स्थानीय स्तर पर 37.11 रुपये में खरीदी गई है।
सिविल सर्जन डा. जुझार माझी ने कहा, मेरे आने से पूर्व का यह मामला है। इसे देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।