साइकिल का बढ़ा क्रेज, 80 प्रतिशत तक बढ़ गई है डिमांड Jamshedpur News
Coronavirus effect. लेकिन कोरोना वायरस के कारण जब जिम बंद हुए तो शहरवासियों ने एक बार फिर साइकिल से दोस्ती कर ली है।
जमशेदपुर, निर्मल। कोरोना वायरस के कारण लौहनगरी के जिम और फिटनेस सेंटर बंद हो चुके हैं। ऐसे में शहरवासियों ने कार और बाइक्स के दौर में एक बार फिर साइकिल से दोस्ती कर खुद को फिट रखने की कवायद शुरू कर दी है।
एक दौर था जब साइकिल स्टेटस सिम्बॉल हुआ करता था। लेकिन आधुनिक युग और भाग-दौड़ भरी जिंदगी में कार और बाइक ने साइकिल की रफ्तार को पीछे छोड़ दिया है। लेकिन कोरोना वायरस के कारण जब जिम बंद हुए तो शहरवासियों ने एक बार फिर साइकिल से दोस्ती कर ली है ताकि साइकिल चलाकर शरीर में मौजूद अनचाहे फैट और कैलोरी को बर्न किया जा सके। ऐसे में जून और जुलाई के मात्र दो माह में ही साइकिल बिक्री का आंकड़ा लगभग 80 प्रतिशत तक बढ़ गया है। स्थिति ऐसी है कि कुछ साइकिल बाजार में आउट ऑफ स्टॉक हो चुके हैं और अगस्त के दूसरे सप्ताह तक मिलने वाली डिलीवरी तक शहरवासियों को इंतजार करना होगा।
600 से ज्यादा बेच चुके हैं साइकिल
बिष्टुपुर के भारत साइकिल कंपनी के संचालक राजीव दुआ बताते हैं कि अनलॉक 1.0 के बाद वे डेढ़ माह में 600 से ज्यादा साइकिल बेच चुके हैं। जबकि पिछले साल उन्होंने इस अवधि में लगभग 250 साइकिल बेचे थे। लोगों की सबसे ज्यादा डिमांड गियर वाली साइकिल है। ऐसे में हीरो स्प्रिंट, फायर फॉक्स, शेनेल-केस्टो और फ्रॉग जैसे फैन्सी अपग्रेटेड साइकिल की डिमांड काफी बढ़ गई है। इनकी कीमत न्यूनतम आठ हजार से लेकर 22 हजार रुपये तक है।
एक्ससरीज की भी डिमांड बढ़ी
राजीव बताते हैं कि साइकिल के साथ-साथ एक्ससरीज की भी काफी डिमांड बढ़ गई है। इनमें फ्रंट व बैक लाइट, मोबाइल होल्डर और बोतल होल्डर सहित अन्य सामान शामिल हैं। जिन साइकिलों में इन सारी एक्ससरीज नहीं है वे अपनी साइकिलों को भी अपग्रेड करा रहे हैं। वहीं राजीव बताते हैं कि पुरानी साइकिलों की मरम्मत कराने वालों की भी लाइन उनके शोरूम में लगी हुई है।
हीरा लेक्ट्रो के लिए भी है लाइन
हीरो कंपनी ने ई-बाइक हीरो लेक्ट्रो मॉडल बाजार में उतारा है। इसकी शुरुआती कीमत 25 हजार रुपये है। इस साइकिल की खासियत है कि जब तक मन किया पैडल चलाया। जब थक गए तो एक्सलरेटर खीच दी। इस साइकिल में एक थीलियम बैटरी लगी हुई है जिसे एक बार चार्ज करने पर वह 30 किलोमीटर तक का माइलेज देती है और साइकिल 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सड़क पर दौड़ती है। राजीव अभी तक शहर में 10 साइकिल बेच चुके हैं और आठ कस्टमर लाइन में हैं क्योंकि कोरोना वायरस के कारण कंपनी एक तिहाई कर्मचारियों से काम ले रही है और उत्पादन भी घटा दिया है। ऐसे में अगस्त तक सभी कस्टमर को रुकना होगा।
मांट्रा साइकिल आउट ऑफ स्टॉक
बिष्टुपुर के ट्रैक एंड ट्रेल के संचालक विपिन पटेल बताते हैं कि उनके पास हरक्यूलस, मांट्रा और रोडिया ब्रांड की अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की साइकिल है। इनमें केनेन डेल, रिडली और जीटी जैसे मॉडल की अच्छी डिमांड है। लेकिन अब ये मॉडल आउट ऑफ स्टॉक हो चुके हैं और कंपनी भी अगस्त के दूसरे सप्ताह तक माल डिलीवरी करने की बात कह रही है। यहां साइकिल की शुरुआती कीमत 14 हजार रुपये से शुरू है।