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कदमा पुलिस के लिए चुनौती बने भानु मांझी और उसके गुर्गे Jamshedpur News

Jamshedpur Crime. कदमा थाना पुलिस के लिए भानु मांझी और उसके गुर्गे चुनौती बन रहे हैं। उसकी गतिविधि इलाके में बढ़ती जा रही है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 17 Sep 2020 09:43 AM (IST)Updated: Thu, 17 Sep 2020 09:43 AM (IST)
कदमा पुलिस के लिए चुनौती बने भानु मांझी और उसके गुर्गे Jamshedpur News
कदमा पुलिस के लिए चुनौती बने भानु मांझी और उसके गुर्गे Jamshedpur News

जमशेदपुर, जासं।  कदमा थाना पुलिस के लिए भानु मांझी और उसके गुर्गे चुनौती बन रहे हैं। उसकी गतिविधि इलाके में बढ़ती जा रही है। तभी तो पुलिस उसकी तलाश कर रही है और विरोधियों पर फायरिंग कर भाग निकला। कदमा थाना क्षेत्र में विगत एक सप्ताह में फायरिंग की दूसरी घटना है। मंगलवार को भानु मांझी और उसके गुर्गो ने रोबिन गोराई के भाई कृणाल गोराई पर फायरिंग की। सूरज साहू के घर पर पत्थरबाजी की। धमकी देते हुए भाग निकले। 

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रोबिन गोराई की हत्या भानु मांझी ने कर दी थी। कृणाल गोराई की शिकायत पर बिट्टू सिंह, ओनी सिंह, भानु मांझी समेत अन्य के खिलाफ जान मारने की नीयत से फायरिंग किए जाने की प्राथमिकी कदमा थाना में दर्ज की गई है। इससे पहले छह सितंबर को भानु मांझी ने अपने गुर्गे के साथ स्क्रैप कारोबारी शहनवाज पर रंगदारी नहीं देने के कारण तीन राउंड फायरिंग की थी। संयोगवश गोली कारोबारी को नहीं लगी थी। बोकारो पुलिस भी वहां हुई एक हत्या के मामले में भानु मांझी को तलाश रही है। हालांकि उस पर गिरफ्तारी का दबाव बनाने को कदमा थाना पुलिस ने उसके पिता समेत कई को थाना में बैठा रखा है। कदमा इलाके में अचानक से उसकी सक्रियता बढ़ने से विरोधी दहशत में हैं।

रोबिन हत्‍याकांड के गवाह निशाने पर

रोबिन हत्याकांड के गवाही भानु के निशाने पर हैं। गवाही के कारण ही उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी। अपील बेल पर रिहा हुआ है।गैंगस्टर अखिलेश सिंह के विरोधी सुधीर दुबे के नाम पर मांगी रंगदारीभानु मांझी ने गैंगस्टर अखिलेश सिंह के विरोधी सुधीर दुबे के नाम पर स्क्रैप कारोबारी से रंगदारी मांगी थी। सुधीर दुबे से कारोबारी की बातचीत भी कराई थी। वह सुधीर दुबे का करीबी हो गया है। उसकी गतिविधि बढ़ती जा रही है, लेकिन पुलिस मानने को तैयार नहीं है। वह सुधीर दुबे के संरक्षण में है। सीतारामडेरा थाना क्षेत्र भुइंयाडीह गैंगवार में सुधीर दुबे अब तक फरार है। सोशल मीडिया पर गुर्गो के साथ तस्वीर शेयर कर रहा है। पुलिस का ध्यान उस पर नहीं है। अखिलेश सिंह और सुधीर दुबे जेल में बंद छोटे-छोटे अपराधियों को जमानत पर रिहाई में मदद करते हैं और बाद में इस्तेमाल करते हैं। भानु मांझी के संबंध में ऐसी ही बातें सामने आ रही है।


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