Jharkhand Politics : सरयू राय की खरी-खरी, विधानसभा में पूछे गए सवाल का जवाब आरटीआई से मिलता है बेहतर
Jharkhand Politics.पूर्व मंत्री और निर्दलीय विधायक सरयू राय ने कटाक्ष करते हुए कहा कि विधानसभा में पूछे गए सवाल का जवाब सूचना अधिकार अधिनियम के तहत 10 रुपये लगाकर मांगने पर बेहतर मिलता है। सरयू चाईबासा में थे।
चाईबासा, जासं। पूर्व मंत्री और निर्दलीय विधायक सरयू राय ने कटाक्ष करते हुए कहा कि विधानसभा में पूछे गए सवाल का जवाब सूचना अधिकार अधिनियम के तहत 10 रुपये लगाकर मांगने पर बेहतर मिलता है। कोल्हान प्रमंडल के मुख्यालय चाईबासा दौरे पर पहुंचे सरयू राय मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि झारखंड की पिछली सरकार हो या वर्तमान सरकार, मुख्यमंत्री के पास आधा से अधिक विभाग का जिम्मा होता है। जब हम लोग विधानसभा में सवाल करते हैं तो उसका कभी पूरा जवाब नहीं मिलता है। वहां मौजूद अफसरों के द्वारा आधा -अधूरा सवाल का जवाब देकर छोड़ दिया जाता है। जबकि इससे ज्यादा जवाब सूचना अधिकार के तहत 10 रुपये के पोस्टल ऑर्डर से मिल जाता है। इस प्रकार के रवैया को सरकार को बदलनी होगी । उनके कामकाज के तरीके को बदल कर ही राज्य का विकास किया जा सकता है ।
प्रश्नकाल समाप्त करना ठीक नहीं
राय ने कहा कि विधानसभा में प्रश्नकाल को समाप्त कर दिया गया है। इससे सरकार के दिए गए जवाब के बारे में हम सवाल ही नहीं कर पाते । इस बारे में सरकार को सोचना चाहिए। ऐसा ना हो कि विधानसभा का प्रभाव ही खत्म हो जाए। एक साल के कार्यकाल का आंकलन इस कोरोना काल के संकट के समय करना उचित नहीं होगा । 8 महीना संक्रमण काल का रहा। मार्च तक सरकार क्या उपलब्धि दिखाती है, इसके बाद ही हम सब इसका आंकलन करेंगे। साथ ही सरकार के एक साल होने पर अपने काम को वह किस प्रकार दिखाते हैं, उनकी घोषणा के बाद ही हम सभी को जानकारी मिल पाएगी।