रहें सावधान, लॉकडाउन में शराब की ललक में हो सकते कंगाल Jamshedpur News
यह व्यक्ति फेसबुक-वाट्सएप के माध्यम से अपना मोबाइल नंबर जारी करके शराब का आर्डर ले रहा है। फोन करने वालों को वह ऑनलाइन भुगतान करने के लिए कहता है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। ठगी करनेवाले हर हालात में अपना रास्ता ढूढ लेते हैं। लॉकडाउन के चलते शराब नहीं मिलने से बेचैन लोगों की बेचैनी को भी इन ठगी का धंधा करनेवालों ने भी शिकार बनाने का रास्ता निकाल लिया है।
सोशल साइट पर बाकायदा शराब की बोतलों से सजी तस्वीर डालकर ये शौकीनों को लुभा रहे हैं ताकि लोग इनके झांसे में आकर अपना बैंक अकाउंट खाली कर बैठें। शराब बेचने के नाम पर ऑनलाइन साइट खोल लुभाने के मामले की जानकारी जिला प्रशासन को मिल चुकी है। मामले की जांच के लिए साइबर थाने की पुलिस को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
ऑनलाइन पैसे देने पर कर रहे होम डिलीवरी का दावा
लॉकडाउन में शराब की दुकानें बंद है, जिसे कुछ लोगों ने अवैध कमाई का जरिया बना लिया है। रविवार को शहर में एक मामला सामने आया, जिसमें एक व्यक्ति शराब की ऑनलाइन होम डिलीवरी का दावा कर रहा था। यह व्यक्ति फेसबुक-वाट्सएप के माध्यम से अपना मोबाइल नंबर जारी करके शराब का आर्डर ले रहा है। फोन करने वालों को वह ऑनलाइन भुगतान करने के लिए कहता है।
कई लोग हो चुके शिकार, डर के मारे नहीं आ रहे सामने
जोरदार चर्चा है कि इस साइबर अपराधी के चंगुल में कई लोग आ भी चुके हैं लेकिन ठगे जाने के बाद अब डर के मारे सामने नहीं आ रहे। आएं भी तो कैसे, उन्हें ये बताना भी तो पड़ेगा उन्होंने लॉकडाउन में शराब पीने की तलब के चलते अपने पैसे गवाएं हैं। यह भी संभव है कि कई लोगों के इस ठगी के शिकार हो जाने के बाद ही ऑनलाइन ठगी के इस गोरखधंधे की चर्चा जोर पकड़ी हो।
मामला पहुंचा उपायुक्त के पास, जांच में जुटी साइबर सेल की पुलिस
सोशल मीडिया पर जारी किए गए नंबर पर फोन करने पर फोन रिसीव करनेवाले ने कहा कि उसे ऑनलाइन भुगतान कर दिया जाए तो वह जिस ब्रांड की शराब चाहे, घर पहुंचा देगा। पेमेंट के लिए पेटीएम जैसे माध्यम अपनाने पर जोर दे रहा था।
शराब के दाम के साथ कुछ प्रतिशत जीएसटी लगने की बात भी कह रहा था। संभव है कि वह ऐसा लोगों का भरोसा पाने के लिए कह रहा हो। पूछने पर उसने अपना पता जमशेदपुर में छोटा गोविंदपुर बताया। ट्रू कॉलर से पता करने की कोशिश की गई तो उसका नाम बबलू कुमार शो कर रहा है। इस मामले से उपायुक्त रविशंकर शुक्ला को अवगत कराया गया तो उन्होंने पूरी जानकारी ली।
शुरुआती जानकारी के बाद उन्होंने कहा कि यह मामला साइबर ठगी का प्रतीत हो रहा है। फोन नंबर और कॉल करनेवाले दोनों शहर से कहीं बाहर के हैं। उपायुक्त ने बताया कि साइबर सेल को जिम्मेदारी सौंपी गई है। साइबर पुलिस मामले की जांच कर रही है। शीघ्र ही मामले का खुलासा हो जाएगा।