बैंकों में लटके ताले, डाक व बीमा कार्यालय भी रहे बंद
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : केंद्र सरकार की आम जन, मजदूर व किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर :
केंद्र सरकार की आम जन, मजदूर व किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ बुलाए गए दोदिवसीय बंद का व्यापक असर बैंक, डाकघर व बीमा क्षेत्र में दिखा। सेंट्रल ट्रेड यूनियन के आह्वान पर मंगलवार की सुबह से ही बैंक शाखाओं के दरवाजों पर ताले लटके रहे। भारतीय स्टेट बैंक की शाखाएं सुबह में खुलीं, लेकिन करीब एक घंटे बाद ही शटर गिर गए। स्टेट बैंक स्टाफ एसोसिएशन आम हड़ताल का नैतिक समर्थन कर रही है।
हड़ताल से जिले में सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंक बंद रहे। सभी बैंकों की शाखाओं के समक्ष सुबह नौ बजे से ही यूनियन का झंडा-बैनर लगाकर कर्मचारी शाम पांच बजे तक डटे रहे। शाखा प्रबंधक व अधिकारी बैंक पहुंचे, लेकिन वे भी कुछ देर रुक वापस लौट गए। कुछ अधिकारी भी कर्मचारियों के साथ थोड़ी देर धरना पर बैठे, जबकि कुछ ने नारे भी लगाए। बिष्टुपुर स्थित बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक व बैंक ऑफ बड़ौदा के क्षेत्रीय कार्यालय भी बंद रहे। आंदोलन में शामिल बैंक कर्मी घूम-घूमकर स्टेट बैंक व निजी बैंकों को बंद कराते रहे। शहर में बैंक बंदी की निगरानी हीरा अरकने, सुजीत घोष, पीपी वर्मा व राजू भगत कर रहे थे।
कई एटीएम में नोट हुए खत्म :
बैंक हड़ताल का असर एटीएम पर भी पड़ा। बैंक शाखाओं से लगे एटीएम बंद रहे, जबकि अन्य स्थानों के कई एटीएम से शाम को ही करेंसी खत्म हो गई। दो दिवसीय हड़ताल को देखते हुए जिन्हें जरूरत नहीं थी, वे भी एटीएम से पैसे निकाल रहे थे। बिष्टुपुर व साकची के कई एटीएम में लाइन लगी थी। बैंक हड़ताल बुधवार को भी रहेगी, लिहाजा एटीएम में गुरुवार को ही रुपये डाले जाएंगे। बैंकों में चेक क्लियरिंग, आरटीजीएस, ट्रासफर जैसे कार्य पूरी तरह ठप रहे।