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पीएम नरेंद्र मोदी को दादा कहेगी आयुष्मान भारत की पहली लाभार्थी आयुषी

आयुष्मान भारत के तहत जन्म लेने वाली पहली बेटी आयुषी बड़ी होकर प्रधानमंत्री मोदी को दादा कहेगी। माता पिता ने नरेंद्र मोदी को छठे दादा का दर्जा दिया है।

By Edited By: Published: Sat, 29 Sep 2018 07:00 AM (IST)Updated: Sat, 29 Sep 2018 11:07 AM (IST)
पीएम नरेंद्र मोदी को दादा कहेगी आयुष्मान भारत की पहली लाभार्थी आयुषी
पीएम नरेंद्र मोदी को दादा कहेगी आयुष्मान भारत की पहली लाभार्थी आयुषी

जमशेदपुर(अमित तिवारी)। प्रसव के लिए पूनम सदर अस्पताल में भर्ती थी। परिजन सहमे थे कि यदि कहीं जच्चा-बच्चा की तबीयत बिगड़ गई तो क्या होगा। किसी निजी अस्पताल ले जाने की नौबत आई तो रुपयों का इंतजाम कहा से करेंगे। कारण, किसी तरह वे दो हजार रुपये का ही इंतजाम कर सके थे। ऐसे में निजी अस्पतालों का बिल कैसे चुकता कर पाएंगे। खुशी की बात यह रही कि सदर अस्पताल में ही ऑपरेशन से पूनम ने बिटिया को जन्म दिया। निजी अस्पताल जाने की नौबत ही नहीं आई।

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यह वही वक्त था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राची में आयुष्मान भारत योजना शुरू कर रहे थे। पूनम की बिटिया भाग्यशाली रही कि आयुष्मान भारत योजना की पहली लाभार्थी बनी। दोपहर 1.10 बजे जन्मी इस बिटिया का नाम डॉक्टरों व परिजन ने मिलकर आयुषी रखा है। जन्म होते ही डॉक्टरों ने परिजन को बताया कि बिटिया आयुष्मान भारत योजना के तहत पैदा हुई है। यह सुनकर पूनम व उसके परिजन के दामन में मानों ढेर सारी खुशिया एकसाथ सिमट आईं। सरायकेला खरसावा के गम्हरिया के बासुरदा गाव की निवासी पूनम महतो रविवार को अस्पताल से घर चली जाएंगी। जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।

शुक्रवार को अस्पताल में पूनम ने कहा, 'मैंने सोचा भी नहीं था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हम गरीबों के लिए इतनी बड़ी योजना लाएंगे। मोदीजी ने वाकई 56 इंच का सीना दिखाया है।' पति सिकंदर महतो कहते हैं कि पूनम को जब 23 सिंतबर को प्रसव हेतु भर्ती कराया तो चिंता सता रही थी। मुझे बाद में पता चला कि इस योजना के तहत पाच लाख रुपये तक का इलाज खर्च सरकार वहन करेगी। योजना का लाभ उठाने के लिए उनसे राशन कार्ड व आधार कार्ड का फोटो कापी जमा ले लिया गया था। उस समय तक उसे इस योजना की जानकारी नहीं थी। बच्ची के जन्म के बाद उसे गोल्डन कार्ड दिया गया। सिकंदर कहते हैं कि यह गरीबों के लिए वरदान है। बताते हैं कि जब पूनम को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो जैसे-तैसे अस्पताल ले गए। जेब में दो हजार रुपये थे। सदर अस्पताल में पता चला कि उन्हें प्रसव मद में योजना से 18 हजार रुपये का लाभ मिला है। यदि किसी निजी अस्पताल में ऑपरेशन हुआ होता तो इतने रुपयों की भरपाई वे कैसे कर पाते। आयुष्मान भारत योजना के तहत जन्मी इस बिटिया का नाम सदर अस्पताल की उपाधीक्षक डॉ. वीणा सिंह, उनकी टीम व परिजन ने मिलकर आयुषी रखा है। आयुषी छह दिन की हो चुकी है। वजन दो किलो है। पूरी तरह स्वस्थ है। चूंकि जन्म सर्जरी से हुआ था इसलिए एक हफ्ते अस्पताल में रखा गया।

शनिवार को टाका कटने के बाद रविवार को छुंट्टी मिल जाएगी। देशभर की पहचान बन चुकी आयुषी के पिता सिकंदर महतो कहते हैं कि आयुषी के पहले से पाच दादा हैं, अब छह दादा हो गए। छठे का नाम- नरेंद्र मोदी है। कहते हैं कि नरेंद्र मोदी अब उनके परिवार से सीधे जुड़ गए हैं। जिदंगी भर उन्हें घरवाले याद रखेंगे। उन्हें उम्मीद है कि बिटिया बड़ी हो कर परिवार और प्रधानमंत्री का नाम रोशन करेगी। सदर अस्पताल की उपाधीक्षक डॉ. वीणा सिंह ने कहा कि पहली लाभार्थी पूनम व आयुषी दोनों स्वस्थ हैं। यहा आनेवाले मरीजों को भर्ती कर उनका राशन व आधार कार्ड लिया जा रहा है, ताकि योजना का लाभ उन्हें मिल सके।


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