निगमानंद आश्रम में 11 वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म का प्रयास, साधु गिरफ्तार Jamshedpur News
बड़ी संख्या में लोग आश्रम में जमा हो गए तथा आरोपी साधु की पिटाई शुरू कर दी। इस बीच बड़शोल पुलिस को घटना की सूचना दी गई। पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लिया है।
चाकुलिया/बहरागोड़ा (संवाद सूत्र)। बहरागोड़ा प्रखंड के बड़शोल थाना अंतर्गत मानुषमुडिय़ा में क्षेत्रीय लोगों की आस्था का केंद्र श्रीश्री निगमानंद सारस्वत आश्रम में शनिवार को मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई।
आश्रम के 78 वर्षीय साधु गुरुचरण चैतन्य ब्रह्मचारी पर गांव की एक 11 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म का प्रयास करने का सनसनीखेज आरोप लगा। घटनाक्रम के मुताबिक शनिवार को उक्त बालिका आश्रम में फूल लाने गई थी। उस समय आश्रम में एकमात्र साधु गुरुचरण ही मौजूद था। आरोप है कि गुरुचरण ने बच्ची को फूल माला गूंथने के लिए मंदिर की तरफ बुलाया।
उसने मौका पाकर न केवल बालिका के साथ छेड़छाड़ की बल्कि दुष्कर्म का भी प्रयास किया। बालिका वहां से किसी तरह भाग निकली तथा घर जाकर परिजनों को रोते-रोते घटना के बारे में बताया। इससे उसके परिजन एवं गांव के अन्य लोग आगबबूला हो उठे।
बड़ी संख्या में लोग आश्रम में जमा हो गए तथा आरोपी साधु की पिटाई शुरू कर दी। इस बीच बड़शोल पुलिस को घटना की सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया तथा पूछताछ के लिए थाने ले गई। इस बीच पीडि़त बालिका को चिकित्सकीय जांच के लिए बहरागोड़ा सीएचसी भेज दिया गया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
पश्चिम बंगाल का मूल निवासी है साधु
दुष्कर्म का प्रयास करने के मामले में आरोपित साधु गुरुचरण मूल रूप से पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिला अंतर्गत आलमझरी गांव का रहने वाला है। वह करीब दो दशक से मानुषमुडिय़ा स्थित श्रीश्री निगमानंद सारस्वत आश्रम में रह रहा है। उसकी उम्र 75 से 80 वर्ष के बीच है। आंखों से ठीक से दिखाई भी नहीं देता। वह आश्रम में चार अन्य साधुओं के साथ रहता है। आश्रम के अन्य साधु सम्मेलन में भाग लेने पश्चिम बंगाल के दीघा गए हुए हैं।