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Tata Steel: आत्रेया सरकार और प्रबाल घोष आज से ग्रहण करेंगे पदभार

Tata Steel.टाटा स्टील की पहली महिला वाइस प्रेसिडेंट (एचआर) आत्रेया सरकार और वाइस प्रेसिडेंट (शेयर्ड सर्विसेज) प्रबाल घोष दूसरी नवंबर से पदभार ग्रहण कर रहे हैं। अत्रेय सरकार टाटा स्टील की पहली महिला वाइस प्रेसिडेंट (एचआर) के पद पर काम करेंगे।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Mon, 02 Nov 2020 08:26 AM (IST)Updated: Mon, 02 Nov 2020 08:26 AM (IST)
Tata Steel: आत्रेया सरकार और प्रबाल घोष आज से ग्रहण करेंगे पदभार
टाटा स्टील की पहली महिला वाइस प्रेसिडेंट (एचआर) आत्रेया सरकार और वाइस प्रेसिडेंट (शेयर्ड सर्विसेज) प्रबाल घोष। जागरण

जमशेदपुर, जासं। टाटा स्टील की पहली महिला वाइस प्रेसिडेंट (एचआर) आत्रेया सरकार और वाइस प्रेसिडेंट (शेयर्ड सर्विसेज) प्रबाल घोष दूसरी नवंबर से पदभार ग्रहण कर रहे हैं। अत्रेय सरकार, टाटा स्टील की पहली महिला वाइस प्रेसिडेंट (एचआर) के पद पर काम करेंगे।

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इससे पहले वे ग्रुप चीफ एचआर के पद पर कार्यरत थी। वर्तमान में सुरेश दत्त त्रिपाठी वाइस प्रेसिडेंट (एचआर) के पद पर कार्यरत हैं। वे पहली फरवरी 2021 में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। ऐसे में आत्रेया सरकार कंपनी का कामकाज समझने के लिए दूसरी नवंबर से सुरेश दत्त त्रिपाठी के साथ काम करेंगी। एक फरवरी 2021 से वे पूर्ण रूप से इस पद पर काम करेंगी। आत्रेया सरकार ने वर्ष 1991 में कोलकाता विश्वविद्यालय से बीए और वर्ष 1995 में इंस्टीट्यूट ऑफ मॉडर्न मैनेजमेंट से पीजीडीए की पढाई की है। आत्रेया ने वर्ष 1998 में आइएल-3 स्तर पर अधिकारी के रूप में कंपनी से जुड़ी। वर्ष 2002 में टाटा स्टील में मार्केटिंग एंड सेल्स में हेड मार्केट रिसर्चर बनाया गया। वर्ष 2007 में आत्रेय को आइएल-2 में प्रमोशन देकर चीफ मार्केटिंग बनाया गया था। 

प्रबाल बने वाइस प्रेसिडेंट

टाटा स्टील के चीफ ऑफ मैकेनिकल मेंटिनेंस प्रबाल घोष को कंपनी प्रबंधन ने आइएल-2 से प्रमोशन देकर आइएल-1 बनाया है। प्रबाल जमशेदपुर वर्क्स से काम करते हुए सीधे कंपनी के सीइओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन को रिपोर्ट करेंगे। प्रबाल ने शिबपुर से वर्ष 1990 में बीई (मैकेनिकल) करने के बाद टाटा स्टील में बतौर ग्रेजुएट ट्रेनी के रूप में ज्वाइंन किया। वर्ष 1995 में इन्हें प्रमोशन देकर असिस्टेंट मैनेजर, रिंग प्लांट की जिम्मेदारी दी है। दो वर्ष में ही बेहतर प्रदर्शन की बदौलत इन्हें प्रमोशन देकर डिप्टी मैनेजर मेंटिनेंस इंजीनियरिंग की जिम्मेदारी दी गई। वर्ष 2000 में इन्हें एचएसएम में मैनेजर, जबकि 2008 में सहायक महाप्रबंधक बनाकर कलिंगनगर भेजा गया था। इसके बाद इन्हें प्रमोशन देकर आइएल-2 बनाकर चीफ एचएसएम की जिम्मेदारी दी गई। वर्ष 2010 से 2013 तक इन्होंने सीआरएम में काम किया। वर्तमान में ये चीफ ऑफ मैकेनिकल मेंटिनेंस के पद पर कार्यरत थे।


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