20 हजार रिश्वत लेते धरा गया रेल थाना का सहायक अवर निरीक्षक Jamshedpur News
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने टाटानगर रेल थाने के सहायक अवर निरीक्षक को बीस हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ाा।वे स्क्रैप टाल खुलवाने के एवज में रिश्वत ले रहे थे।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की जमशेदपुर टीम ने एक और भ्रष्टाचार के मामले में तत्परता दिखाई है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानि एसीबी की टीम ने टाटानगर रेल थाने के सहायक अवर निरीक्षक को बीस हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया है। सहायक अवर निरीक्षक भरत शुक्ला पर आरोप था कि वे स्क्रैप टाल खुलवाने की एवज में रिश्वत ले रहे थे।
डीएसपी अरविंद सिंह के नेतृत्व में हुई कार्रवाई
रिश्वत मामले में एसीबी की टीम ने डीएसपी अरविंद सिंह के नेतृत्व में यह कार्रवाई की। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को यह शिकायत मिली थी कि सहायक अवर निरीक्षक भरत शुक्ला ने बंद पड़े स्क्रैप टाल को खुलवाने के लिए रिश्वत की मांग की है।
रिश्वत मांगने के आरोपित को पकड़ने के लिए एसीबी की एक टीम गठित की गई। डीएसपी अरविंद सिंह के नेतृत्व में गठित इस टीम ने ताना-बाना बुना। रविवार की सुबह उस समय भरत शुक्ला को पकड़ने में सफलता प्राप्त की जब वे रिश्वत के एक हिस्से के रूप में 20 हजार रुपये ले रहे थे।
पहले भी लगते रहे हैं आरोप
रिश्वत लेने के आरोप में पकड़े गए सहायक अवर निरीक्षक भरत शुक्ला पर पहले भी आरोप लगते रहे हैं। बताया जाता है कि उसकी अपने विभाग में अच्छी खासी पकड़ है। डीएसपी से लेकर थानेदारों तक के लिए वसूली का काम करने का आरोप भी इस पुलिसकर्मी पर है।
भरत शुक्ला जिला पुलिस में पहले सिपाही के पद पर पदस्थापित था। उसे सहायक अवर निरीक्षक के पद पर प्रोन्नति मिली थी। उसके बाद वह रेल पुलिस में भेजा गया। वर्तमान में वह टाटानगर रेल थाने में सहायक अवर निरीक्षक के पद पर कार्यरत था।
जेल भेजने की तैयारी
एसीबी की टीम ने भरत शुक्ला को गिरफ़तार करने के बाद जरूरी कानूनी औपचारिकता पूरी कर ली है। शाम को उसे जेल भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई। बताया जाता है कि टीम ने भरत शुक्ला से इकरारनामे पर दस्तखत कराए। इसके बाद टीम उसे लेकर निकल गई।