आसाराम ने साधकों को कुंभ जाने से मना किया
Asaram. आपलोगों को पता है ना, (आसाराम) बापू ने कुंभ जाने से मना किया है। यही नहीं किसी को कुंभ जाने की सलाह भी नहीं देना है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। कुंभ जाकर जो मिलेगा, उससे ज्यादा पुण्य इस सत्संग से मिलेगा। आपलोगों को पता है ना, (आसाराम) बापू ने कुंभ जाने से मना किया है। यही नहीं किसी को कुंभ जाने की सलाह भी नहीं देना है। ये बातें कथावाचक आसाराम बापू की शिष्या साध्वी अमूल्या बहन ने कहीं।
डिमना आश्रम में बुधवार को सत्संग में साध्वी ने कहा कि लोग समझते हैं कि बापू कारावास में हैं, लेकिन उन्हें सब पता है। देखे, कुंभ के शुरुआत में ही आग लग गई, बम फटे। यह हमारा सौभाग्य है कि इतने महान ब्रह्माज्ञानी का सानिध्य हमें मिला। एक व्यक्ति ऐसा था, जो हर सत्संग से एक नकारात्मक बात लेकर बाहर कुप्रचार करता था। वह व्यक्ति भी एक बार दिल्ली के सत्संग में आया तो सत्संग समाप्त होने के बाद बापू के चरणों में गिर गया। उसने कहा कि मुझे पूरे सत्संग में एक भी बात ऐसी नहीं मिली, जो नकारात्मक हो। ऐसे हैं हमारे बापू।
सत्संग में शामिल हुए पांच सौ लोग
इन्हीं सब बातों के बाद साध्वी ने साधकों-शिष्यों को स्वस्थ रहने के लिए खानपान के तरीके बताने लगीं। आसाराम भी अपने प्रवचन में धर्म-आध्यात्म के साथ खानपान और जीवनशैली के बारे में बताते थे। साध्वी ने भजन भी सुनाए। श्री योग वेदांत सेवा समिति के सौजन्य से हुए इस आयोजन में दोपहर करीब तीन बजे से शुरू हुए सत्संग में शहर के विभिन्न इलाकों से करीब 500 लोग आए थे। साध्वी अमूल्या ने इससे पहले राउरकेला में सत्संग किया था।
तीन साल बाद हुआ सत्संग
ज्ञात हो कि करीब तीन वर्ष बाद शहर में आसाराम के साधकों ने सत्संग का आयोजन किया, जिसमें शामिल होने के लिए निश्शुल्क बस की व्यवस्था भी की गई थी। इसके बावजूद कई लोग कार व बाइक से भी आए थे।