Jharkhand Assembly Election 2019 : झारखंड के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को मिल चुकी है करारी हार, सीएम रहते गुरुजी को खानी पड़ी थी मात
Jharkhand Assembly Election 2019. झारखंड राज्य बनने के बाद वर्तमान मुख्यमंत्री रघुवर दास को छोड़कर जितने भी मुख्यमंत्री बने हैं सभी को हार का स्वाद चखना पड़ा है।
जमशेदपुर, मनोज सिंह। Jharkhand Assembly Election 2019 बिहार से वर्ष 2000 में अलग झारखंड राज्य बनने के बाद वर्तमान मुख्यमंत्री रघुवर दास को छोड़कर जितने भी मुख्यमंत्री बने हैं, सभी को हार का स्वाद चखना पड़ा है। झारखंड के इतिहास में कद्दावर नेता व झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो शिबू सोरेन को मुख्यमंत्री रहते हुए हार का सामना करना पड़ा। हारने के बाद शिबू सोरेन ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके अलावा पूर्व बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, मधु कोड़ा व हेमंत सोरेन का नाम शामिल है, जिन्हें हार का सामना करना पड़ा।
किसे किसने और कितने मतों से हराया
शिबू सोरेन (झामुमो)
पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन को जनवरी 2009 को हुए तमाड़ उप चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्यासी के तौर पर उतारा गया। वह उस समय मुख्यमंत्री थे। उप चुनाव में शिबू सोरेन को झारखंड पार्टी के प्रत्याशी राजा पीटर ने 8,973 मतों से हरा दिया। राजा पीटर को जहां 34,127 मत मिला तो शिबू सोरेन को 25,154 मत से संतोष करना पड़ा।
बाबूल लाल मरांडी (झाविमो)
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी 2014 को गिरीडीह व धनवार दो विधानसभा सीट पर झारखंड विकास मोर्चा के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा। बाबूलाल मरांडी दोनों ही विधानसभा से चुनाव हार गए। गिरीडीह से भाजपा के प्रत्याशी निर्भय शाहाबादी ने बाबूलाल मरांडी को 30 हजार 980 मतों से हार दिया। यही नहीं मरांडी दूसरे विधानसभा सीट धनबार से माले के प्रत्याशी राजकुमार यादव से भी 10 हजार 712 मतों से हार का सामना करना पड़ा।
अर्जुन मुंडा (भाजपा)
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता जो तीन-तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। अर्जुन मुंडा को 2014 विधानसभा चुनाव में खरसांवा सीट से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अर्जुन मुंडा को झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी दशरथ गागराई ने 11 हजार 966 मतों से हरा दिया। दशरथ गागराई को 72002 मत मिले तो अर्जुन मुंडा को 60036 मत प्राप्त हुआ।
मधु कोड़ा (जेबीएसपी)
पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा जो कि 2014 विधानसभा चुनाव में जय भारत समानता पार्टी से चाईबासा के मझगांव विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे। मधु कोड़ा को झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी नीरल पूर्ति ने 11, 710 मतों से हरा दिया। झामुमो प्रत्यासी नीरल पूर्ति को जहां 45727 मत मिला तो जेबीएसपी प्रत्यासी मधु कोड़ा को 34017 मत से ही संतोष करना पड़ा।
हेमंत सोरेन (झामुमो)
पूर्व मुख्यमंत्री सह झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष 2014 विधानसभा चुनाव में दो विधानसभा दुमका व बरहेट से झामुमो प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे। दो सीट में से एक दुमका सीट से चुनाव हार गए। दुमका सीट से झामुमो प्रत्यासी हेमंत सोरेन को भारतीय जनता पार्टी की प्रत्यासी डा. लुइस मरांडी ने हरा दिया। डा. लुइस मरांडी को जहां 70467 मत मिले जबकि हेमंत सोरेन को 65105 मत मिले। इस तरह डा. लुइस मरांडी ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 5262 मतों से हरा दिया।