Corona Virus Effect : कोरोना वायरस को लेकर कोल्हान में भी अलर्ट, चीन से लौटी एक छात्रा निगरानी में
Corona Virus Effect. चीन में पढ़ रही सरायकेला की छात्रा कोरोना वायरस के कहर के बाद वहां से वापस लौट आई है। उसकी निगारानी की जा रही है।
जमशेदपुर, जेएनएन। Alert in Kolhan regarding Corona virus चीन में फैले कोरोना वायरस को लेकर झारखंड के कोल्हान में भी अलर्ट है। यहां काफी सतर्कता बरती जा रही है। चीन में पढ़ रही सरायकेला की छात्रा कोरोना वायरस के कहर के बाद वहां से वापस लौट आई है। उसकी निगारानी की जा रही है। उसे एहतियातन अपने घर में ही रहने को कहा गया है और स्वास्थ्य विभाग उसकी गिनरानी कर रहा है।
छात्रा के चीन से लौटने की सूचना के बाद सरायकेला के सदर अस्पताल में जांच की गई। हालांकि, जांच में कोरोना वायरस से प्रभावित होने के कोई लक्ष्मण नहीं मिले हैं। बावजूद इसके चौदह दिनों की निगरानी की जाएगी। अगर इस दौरान किसी तरह के लक्षण मिलेंगे तो रांची के रिम्स भेजा जाएगा। छात्रा भाया कोलकाता दो फरवरी को सरायकेला स्थित अपने घर लौटी है। वह वुहान से पांच सौ किलोमीटर दूर नेमचांग के एक कॉलेज में मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी।
पूर्वी सिंहभूम में जारी हुए ये निर्देश
पूर्वी सिंहभूम जिले में सिविल सर्जन डॉ. महेश्वर प्रसाद की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। जिले के सभी निजी और सरकारी अस्पतालों को विशेष निर्देश दिया गया है कि कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज उनके पास आते हो तो इसकी सूचना तत्काल विभाग को दें ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके। साथ ही पांच बेड का अलग से आईसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है।
इन अस्पतालों को भेजा निर्देश
महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक, रेलवे अस्पताल के चीफ मेडिकल ऑफिसर, टाटा मुख्य अस्पताल व टाटा मोटर्स अस्पताल के जेनरल मैनेजर, टिनप्लेट हॉस्पिटल, मर्सी हॉस्पिटल, ब्रह्मानंद हॉस्पिटल, मेडिका हॉस्पिटल सहित सभी छोटे व बड़े नर्सिंग होम को तत्काल सूचना देने का निर्देश दिया गया है।
क्या है कोरोना वायरस
- यह वायरस पशुओं में पाया जाता है।
- पशु से इंसान में फैलने वाला 7वां वायरस है।
कैसे फैलता है वायरस?
- इंसानों के जानवरों के संपर्क में आने पर।
- खांसने, छींकने, हाथ मिलाने से।
इलाज संभव है?
- अबतक कोई वैक्सीन इजाद नहीं।
कहां से आया वायरस
- चीन के वुहान में पहला केस।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की सलाह
- हाथ धोएं।
- मांस खाने से बचे।
- खांसते-छींकते मुंह ढके।
क्या है लक्षण
- नाक बहना
- कफ और खांसी
- गले में दर्द
- सिरदर्द
- कई दिनों तक रहने वाला बुखार।
- निमोनिया।
- ब्रॉन्काइटिस।
चाईबासा सदर अस्पताल में बनाया गया आइसोलेशन वार्ड
कोरोना वायरस को लेकर पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन भी सतर्क है। सिविल सर्जन ने जिले के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को इस बाबत दिशा-निर्देश जारी किया है। चाईबासा स्थित सदर अस्पताल के क्षेत्रीय भवन की दूसरी मंजिल पर एक बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। हालांकि पश्चिमी सिंहहभूम में इससे संबंधित कोई मामला अभी तक सामने नहीं आया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक अगर कहीं भी कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज मिलते हैं, तो इसकी सूचना तत्काल विभाग को देना होगा, ताकि उसका इलाज बेहतरीन ढंग से किया जा सके।
सरकारी व निजी अस्पतालों को निर्देश
सिविल सर्जन डॉक्टर डॉ. मंजू दुबे ने बताया कि कोरोना बीमारी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर से पूरी तैयारी कर रहा है। इसके लिए शहर के सभी सरकारी और निजी अस्पताल को दिशा-निर्देश जारी किया गया है। चाईबासा सदर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बना दिया गया है, ताकि संदिग्ध मरीज कहीं भी मिले तो उसका इलाज किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिला व इसके आसपास के क्षेत्रों में इससे संबंधित कोई शिकायत नहीं मिली है। लोगों को इससे डरने की कोई जरूरत नहीं है।
त्वरित प्रतिक्रिया दल का गठन
जिला में स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना वायरस को देखते हुए त्वरित प्रतिक्रिया दल का गठन किया है। इमें डॉ. साहिर पाल, डॉ. संजय कुजूर, डॉ. वीके पंडित, डॉ. चंद्रावती बोयपाई, आइडीएसपी के अजमत अजीम, माइक्रोबायोलाजिस्ट विवेक कुमार व लैब टेक्नीशियन सामुल आलम शामिल हैं।