अलकायदा आतंकी कलीम ने खोले कई अहम राज, बताया- सउदी से काठमांडू होकर जाते थे पाकिस्तान Jamshedpur News
अलकायदा आंतकी कलीमुद्दीन से पूछताछ में अलकायदा का नेटवर्क चार राज्यों की एटीएस खंगाल रही है। इस दौरान उसने कई अहम और चौंकाउ खुलासे किए हैं।
जमशेदपुर, जासं। आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़े होने के आरोपित जमशेदपुर के मानगो निवासी मौलाना कलीमुद्दीन से झारखंड, ओडिशा, बंगाल और आंध्र प्रदेश की एटीएस टीम पूछताछ कर रही है। इस क्रम में उससे अलकायदा के नेटवर्क की जानकारी ली जा रही है।
पूछताछ में एक नई बात यह सामने आई है कि संगठन (अलकायदा) से जुडऩे वाले सउदी अरब से काठमांडू होते हुए पाकिस्तान जाते हैं और प्रशिक्षण हासिल कर वापस लौटते हैं। अब्दुल सामी, अबु सुफियान और मसूद प्रशिक्षण हासिल कर चुके हैं। बता दें कि अब्दुल सामी तिहाड़ जेल में और मसूद घाघीडीह सेंट्रल जेल में बंद है। दोनों की गिरफ्तारी 2016 में की गई थी।
जमशेदपुर के लोगों की जानकारी लेने का भी प्रयास
सात दिनों की रिमांड अवधि में उससे झारखंड और जमशेदपुर से संगठन से जुड़े लोगों की जानकारी लेने का प्रयास किया जा रहो है। साथ ही यह पता लगाने का प्रयास हो रहा है कि संगठन में किसने कहां-कहां जाकर प्रशिक्षण लिया। संगठन में कौन किसके संपर्क में है और संगठन में किसकी क्या जिम्मेदारी है। टीम मौलाना कलीमुद्दीन से मिल रही जानकारी को वहां से शेयर कर रही है जहां की सूचना उसके द्वारा दी जा रही है। इसमें काफी गोपनीयता बरती जा रही है।
कई सफेदपोश और व्यवसायी कलीमुद्दीन के संपर्क में
मौलाना कलीमुद्दीन ने एटीएस टीम को उससे संपर्क रखने वाले कई सफेदपोश और संगठन को आर्थिक सहयोग प्रदान करने वाले व्यवसायियों का नाम-पता बताया है, जिसे टीम सत्यापित कर रही है। उसने बताया कि मानगो, कपाली, पोटका, सरायकेला, चांडिल, रांची समेत कई इलाके के युवकों को संगठन से जोड़ा है। मालूम हो कि कलीमुद्दीन के सहयोगी बिष्टुपुर के धतकीडीह अब्दुल सामी, ओडिश के अब्दुल रहमान कटकी, मानगो के जीशान अली तिहाड़ जेल में बंद है।