स्पेन से निकले एडवेंचर पर पुस्तक लिखने, गुरुनानक देव का नाम ले बन गए दीपक सिंह
स्पेन के व्यापारी सह निवासी जेवियर एडवेंचर पर पुस्तक लिखने के लिए निकले थे लेकिन गुरुनानकदेव से प्रभावित हो दीपक सिह बन गए।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता) : स्पेन के व्यापारी सह निवासी जेवियर एडवेंचर पर पुस्तक लिखने के लिए तीन वर्ष पहले स्पेन से निकले थे अपने शौक की खातिर। लेकिन गुरुनानक देव जी के जीवनी से वे इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने अपनी वेशभूषा सिखों जैसी कर ली और अपना नाम जेवियर से बदलकर दीपक सिंह रख लिया। दीपक सिंह जमशेदपुर पहुंचे हैं और वे इस शहर में गुरुनानक देव जी के गुरुद्वारा की तलाश कर रहे थे तभी एक सिख की नजर उनपर पड़ी और वे उनके अपने साथ एक होटल में ले गए और वहां पहले उनको ठहराया। भोजन कराया फिर उन्हें सीजीपीसी कार्यालय लेकर पहुंचे। जहां शॉल देकर सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे ने उन्हें सम्मानित किया। अब दीपक सिंह एडवेंचर पर पुस्तक नहीं लिखकर गुरुनानक देव जी के जीवनी के साथ-साथ भारत के गुरुद्वारों की कहानी अपनी पुस्तक पर लिखने की तैयारी कर रहे है।
दीपक सिंह भ्रमण के दौरान लद्दाख स्थित गुरुनानक देव जी के एतिहासिक गुरुद्वारे में पर पहुंचे। जहां उनसे प्रभावित होने के बाद गुरुनानक देव जी के इतिहास की को जानने के लिए वे पूरे देश का भ्रमण करने लगे और भारत में कहीं भी गुरुद्वारा देखते थे तो वे वहीं रात गुजारते थे।
जेवियर ने बताया कि इन तीन वर्षो में उन्होंने 25 राज्यों का भ्रमण किया है। जब वह पटना साहिब से लेकर पुरी आरती साहिब व अन्य गुरुद्वारों का वे भ्रमण कर चुके है। उन्होंने बताया कि देश भ्रमण के दौरान उन्हें न भोजन के लिए परेशानी हुई न रहने के लिए। जहां गुरुद्वारा नहीं होता था वहां पुलिस स्टेशन में रात बिताते थे। और जहां गुरुद्वारा मिलता था वहां वे रात बीताते थे। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान कई दिनों तक वे पैदल भी भ्रमण कर चुके है।