केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर प्लॉट के बीच उलझे प्रशासनिक पदाधिकारी
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा द्वारा रविवार को धालभूमगढ़ एवं गुड़ाबांदा में एकलव्य विद्यालय का शिलान्यास किया जाना है। इसे लेकर शनिवार को धालभूमगढ़ के प्रस्तावित स्थल को लेकर प्लॉट का पेंच फंस गया..
संसू, धालभूमगढ़ : केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा द्वारा रविवार को धालभूमगढ़ एवं गुड़ाबांदा में एकलव्य विद्यालय का शिलान्यास किया जाना है। इसे लेकर शनिवार को धालभूमगढ़ के प्रस्तावित स्थल को लेकर प्लॉट का पेंच फंस गया। इस प्लॉट के चक्कर में प्रशासनिक पदाधिकारी उलझे नजर आए। दरअसल अंचल कर्मियों ने कार्यरत एजेंसी के पदाधिकारियों को भैरवपुर मौजा का प्लॉट नंबर 792 दिखाया था। शनिवार की सुबह एजेंसी ने संबंधितस प्लॉट पर शिलापट्टं लगा दिया। इसके बाद भाजपा के जिलाध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती व बीडीओ शालिनी खलखो को जानकारी मिली कि प्लॉट संख्या-792, जिस पर शिलापट्ट लगाया गया है, वह रेलवे की जमीन है। यह जानकारी मिलते ही प्रशासनिक पदाधिकारियों के होश उड़ गए। उपायुक्त ने तत्काल घाटशिला एसडीओ सत्यवीर रजक को निर्देश दिया कि वास्तविक स्थिति की जानकारी लेकर रिपोर्ट करें। इस बीच बीडीओ व थाना प्रभारी संतन तिवारी ने अंचल कार्यालय से वास्तविक स्थिति की जानकारी ली तो पता चला कि एक्लव्य विद्यालय के शिलान्यास के लिए प्लॉट नंबर-152 आवंटित था। इसके बाद उन्होंने प्लॉट नंबर-152 का निरीक्षण किया। संबंधित प्लॉट पर अवैध रूप से पत्थर रखे हुए थे। संबंधित प्लॉट के बगल में मिट्टी की खोदाई का कार्य चल रहा था। इस क्रम में एसडीओ, जिला कल्याण पदाधिकारी राजेश कुमार पांडे, आइटीडीए के परियोजना निदेशक चंद्रशेखर प्रसाद, कार्यपालक दंडाधिकारी जयप्रकाश करमाली भी प्लॉट नंबर-152 पर पहुंचे। कागजातों को देखने के बाद एसडीओ ने 152 शिलान्यास कार्यक्रम के लिए प्लॉट नंबर-152 को चिन्हित किया और उपायुक्त को इस संबंध में जानकारी दी गई। इसके बाद संबंधित प्लॉट पर शिलापट्ट लगाया गया। एसडीओ ने सीओ सदानंद महतो को संबंधित प्लॉट पर रखे पत्थरों को हटाने का निर्देश दिया। मौके पर पंचायत समिति सदस्य रत्ना मिश्रा, चंदन सिंह मुंडा, नौशाद अहमद, मंडल अध्यक्ष विमल कालिदी, देवानंद सिंह आदि उपस्थित थे। ग्रामीणों की आपत्ति के बाद रेस हुआ प्रशासन : घोड़ादुआ मौजा के 792 नंबर प्लॉट के श्मशान घाट के समीप एकलव्य विद्यालय के लिए चयनित एजेंसी द्वारा मुरुम का उठाव किया जा रहा था। ग्रामीणों को लगा कि उनके श्मशान घाट के साथ तोड़-फोड़ की जा रही है। इस दौरान ग्रामीणों ने विरोध किया। जब बीडीओ का इस मामले की जानकारी मिली तो प्रशासनिक अमला रेस में आया। इधर, जिस स्थल पर ग्रेवेल के भंडारण की बात कही जा रही है उसके बगल का प्लॉट खनन विभाग की ओर से चुन्ना अली को लीज पर खनन के लिए दिया गया है। पूर्व मुखिया के पति चित्त सिंह मुंडा ने बताया कि प्लॉट खाली होने के कारण ग्रेवल रखा गया है। वह अवैध नहीं है।