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पैदल जा रहे 99 लोगों को प्रशासन ने बस से भेजा बिहार-यूपी Jamshedpur News

जिला प्रशासन लॉकडाउन में फंसे लोगों को उनके घर भेज रहा है। राज्य के अंदर दूसरे जिलों के 88 लोग भेजे गए।

By Vikas SrivastavaEdited By: Published: Tue, 19 May 2020 10:06 PM (IST)Updated: Tue, 19 May 2020 10:06 PM (IST)
पैदल जा रहे 99 लोगों को प्रशासन ने बस से भेजा बिहार-यूपी Jamshedpur News
पैदल जा रहे 99 लोगों को प्रशासन ने बस से भेजा बिहार-यूपी Jamshedpur News

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। जिला प्रशासन लॉकडाउन में फंसे लोगों को उनके घर भेज रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को बिहार-उत्तर प्रदेश (यूपी) के 99 लोगों को बस से उनके घर रवाना किया, जबकि राज्य के अंदर दूसरे जिलों के 88 लोग भेजे गए।

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घाटशिला से राज्य के विभिन्न जिलों के लिए बस रवाना हुई। उपायुक्त रविशंकर शुक्ला के निर्देश पर पूर्वी सिंहभूम जिले में पैदल चलते प्रवासियों व सीमावर्ती राज्य प्रशासन द्वारा सौंपे गये झारखंड तथा अन्य राज्यों के लोगों को वाहन की व्यवस्था कर गृह राज्य की सीमा तक पहुंचाया जा रहा है।

झारखंड के ही कई जिलों में बस से रवाना किए गए लोग

घाटशिला प्रखंड क्षेत्र से झारखंड राज्य के विभिन्न जिलों के 88 लोगों को बस में बैठाकर उनके गृह जिला रवाना किया गया। प्रवासियों में हजारीबाग, देवघर, गोड्डा, बोकारो, गुमला, रांची, धनबाद, सिमडेगा व साहिबगंज के लोग शामिल थे। बस से बिहार के 20 व उत्तर प्रदेश (यूपी) के 79 प्रवासी अपने गृह राज्य भेजे गए हैं। प्रवासियों को उनके गृह राज्य सीमा एवं गृह जिले में भेजने हेतु समन्वय स्थापित करने में प्रखंड विकास पदाधिकारी घाटशिला संजय कुमार दास व अंचलाधिकारी रिंकू कुमार का महत्वपूर्ण योगदान रहा। प्रशासन ने पैदल जा रहे लोगों के लिए मेन रोड पर जगह-जगह दाल-भात केंद्र भी शुरू किया है।  

क्वारंटाइन के 14 दिन होने के बाद भी नहीं छोडऩे पर, हंगामा

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बाहर से आने वाले लोगों को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन सेंटर में रख दिया जाता है। इसी तरह 14 दिन बीत जाने के बाद भी मानगो के पारडीह स्थित कौशल विकास केंद्र में बने क्वारंटाइन सेंटर में क्वारंटाइन किए गए लोगों ने छोडऩे के लिए मंगलवार को हंगामा कर दिया। लोगों का कहना था कि जब 14 दिन बीत गया इसके बावजूद क्यों नहीं छोड़ा जा रहा है।

लोग ताला खोलने की मांग कर रहे थे, उनका कहना था कि हमलोग पैदल बिहार चले जाएंगे। एक युवक ने रोते हुए बताया कि बिहार के बांका जिले के एक गांव में मेरी मां का एक्सीडेंट हो गया है। मेरे पापा-मम्मी बुजुर्ग हैं और उन्हें देखने वाला कोई नहीं है। मुझे जाना जरुरी है। यदि हम जल्द से जल्द नहीं गए तो मेरी मां के साथ ही बुजुर्ग पिता भी बीमार पड़ जाएंगे। युवक ने बताया कि आज 16 दिन बीत गया। जब इस संबंध में उपस्थित मजिस्ट्रेट से बातचीत की गयी तो वह आज-कल छोडऩे की बात कहकर चले जा रहे हैं। 

क्वारंटाइन सेंटर में 14 दिन पूरे होने के बाद भी लोगों को नहीं छोडऩे संबंध में पूछने पर मानगो नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी दीपक सहाय ने बताया कि उपायुक्त से बातचीत हुई है। चिकित्सीय टीम से कहा गया है। जब चिकित्सक जांच कर लेंगे उसके बाद लोगों को छोड़ दिया जाएगा। 


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