प्रशासन ने बंद कराया मंदिर, भक्तों में मायूसी
फोटो 11 - नागा बाबा मंदिर का द्वार खुलते ही शिव भक्तों ने शुरू कर दी थी पूजा-अर्चना सावन की पहली सोमवारी को लॉकडाउन के कारण प्रशासन ने शहर के लगभग सभी प्रमुख मंदिरों व शिवालयों को बंद करा दिया जिसके कारण जलाभिषेक के लिए तैयार शिव भक्त मायूस नजर आए
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- नागा बाबा मंदिर का द्वार खुलते ही शिव भक्तों ने शुरू कर दी थी पूजा-अर्चना संसू, चाकुलिया : सावन की पहली सोमवारी को लॉकडाउन के कारण प्रशासन ने शहर के लगभग सभी प्रमुख मंदिरों व शिवालयों को बंद करा दिया, जिसके कारण जलाभिषेक के लिए तैयार शिव भक्त मायूस नजर आए। सुबह 6:30 बजे जैसे ही नागा बाबा मंदिर का द्वार खुला और पूजा-अर्चना शुरू हुई। इसी बीच थाना की जीप पहुंच गई। पुलिस पदाधिकारियों ने मंदिर के पुजारी दिलीप पति व सुखदेव पति को कोरोना वायरस व लॉकडाउन का हवाला देते हुए मंदिर को बंद करने का निर्देश दिया। लगभग एक घंटे तक पुलिसकर्मी मंदिर परिसर में उपस्थित रहे और सभी को मंदिर परिसर से बाहर निकाल मंदिर के मुख्य दरवाजे पर ताला लगा दिया। इसके बाद पूजा व जलाभिषेक के लिए मंदिर पहुंचने वाले लोग निराश होकर वापस लौटने लगे। शिव भक्तों ने कहा कि बैंकों के बाहर लोगों की भीड़ व कतार प्रतिदिन दिखाई पड़ रही है। फिर भी प्रशासनिक अधिकारी मंदिरों को ही बंद करा रहे हैं। शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित कराते हुए भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने व जलाभिषेक की अनुमति दी जानी चाहिए। बीडीओ लेखराज नाग ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देश के तहत मंदिरों को बंद रखने का आदेश अनुमंडल पदाधिकारी ने दिया है। सावन में शिव भक्तों भीड़ देखते हुए मंदिरों को बंद कराया गया है।
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भक्तों को मिलनी चाहिए पूजा की अनुमति : पुजारी
नागा बाबा मंदिर के मुख्य पुजारी दिलीप कुमार पति ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान तीन माह से अधिक समय तक मंदिर बंद रहने के कारण आस्था के साथ-साथ रोजी-रोजगार भी प्रभावित हुआ है। सावन के महीने में थोड़ी उम्मीद जगी थी, वह भी खत्म हो गई। पूजा-पाठ नहीं होने व दान-दक्षिणा नहीं मिलने से पुजारियों की हालत खराब है। प्रशासन भक्तों को पूजा की अनुमति प्रदान करे।