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CAT Nagpur Meeting: देश के 8 करोड़ व्यापारियों ने अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ भरी हुंकार

CAT Nagpur Meeting. सोंथालिया ने केंद्र सरकार की सराहना की और कहा कि वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने मामले का संज्ञान लिया है और एफडीआई नीति के बहुप्रतीक्षित प्रेस नोट 3 के माध्यम से पहले के प्रेस नोट की विसंगतियों को दूर करने का आश्वासन दिया है ।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Wed, 10 Feb 2021 09:07 AM (IST)Updated: Wed, 10 Feb 2021 09:07 AM (IST)
CAT Nagpur Meeting: देश के 8 करोड़ व्यापारियों ने अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ भरी हुंकार
बड़ी ई कॉमर्स कंपनियों के ख़िलाफ़ अपना गुस्सा जाहिर किया।

 जमशेदपुर, जासं। CAT Nagpur Meeting अमेजन और फ्लिपकार्ट के लगातार दुर्व्यवहारों और नियमों की अवहेलना और कई अनुचित व्यापार प्रथाओं में लिप्त होने के कारण भारत का ई-कॉमर्स बाजार पूरी तरह से अव्यवस्थित हो गया है। जिसको लेकर देश के आठ करोड़ व्यापारियों ने कंफडेराशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के बैनर तले नागपुर में आयोजित तीन दिवसीय नेशनल गवर्निंग काउंसिल की बैठक के दूसरे दिन बड़ी ई कॉमर्स कंपनियों के ख़िलाफ़ अपना गुस्सा जाहिर किया। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में देश के सभी राज्यों के 200 से अधिक प्रमुख व्यापारी नेता भाग ले रहे हैं ।

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कहा गया कि अमेजन और फ्लिपकार्ट ने भारतीय ई-कॉमर्स के इको सिस्टम को पूरी तरह से नष्ट करने में और देश की एफडीआई नीति के खुले तौर पर उल्लंघन करने और खुले तौर पर नष्ट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। जिससे भारत के समग्र खुदरा परिदृश्य पर असर पड़ा है। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल और राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोंथालिया ने कहा कि ये ई कॉमर्स कंपनियां बड़ी छूट, हानि वित्त पोषण, सूची नियंत्रण, तरजीही विक्रेता उपचार और अपने गलत उद्देश्यों को हासिल करने के लिए ब्रांडों को अपने अल्फा विक्रेताओं के माध्यम से बेचने जैसी ग़लत प्रथाओं को अपना रहे हैं। जिसके चलते देश का ई कॉमर्स व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

केंद्र सरकार की सराहना

खंडेलवाल और सोंथालिया ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार की सराहना की और कहा कि वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने मामले का संज्ञान लिया है और एफडीआई नीति के बहुप्रतीक्षित प्रेस नोट 3 के माध्यम से पहले के प्रेस नोट की विसंगतियों को दूर करने का आश्वासन दिया है । उन्होंने कहा है कि अब देश के कानून के उलंघनकर्ताओ को बख्शा नहीं जायगा। इससे उन 8 करोड़ भारतीय व्यापारियों को बहुत राहत मिलेगी जो वर्तमान में अमेजन और फ्लिपकार्ट द्वारा चलाई जा रही विभिन्न ग़लत व्यवसाय प्रथाओं से बेहद प्रभावित हैं।

स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से नहीं डरते

कैट ने कहा कि देश के व्यापारी जो किसी भी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से नहीं डरते हैं, अब इन बहुराष्ट्रीय ई-कॉमर्स कंपनियों के खिलाफ जंग के लिए पूरी तरह तैयार है, इन कंपनियों ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया है और अपनी मजबूत वित्तीय सहायता के माध्यम से अनजाने में भारतीय खुदरा की नींव हिला दी है। भारतीय व्यापारियों के बर्दाश्त करने की सीमा समाप्त हो गई है और अब भारतीय व्यापारियों के गुस्से को नियंत्रित करना बहुत मुश्किल है, जो निकट भविष्य में इन कंपनियों को भारत से बाहर खदेड़ने के लिए एक मजबूत कदम उठा सकते हैं। यदि वे अपने अनैतिक हथकंडों से बाज  नहीं आये और नैतिक व्यापार प्रथाओं को जारी रखा तो “देश का पूरा व्यापारिक समुदाय अब इस बात की दृढ़ता से पुष्टि करता है कि हम किसी भी ई-कॉमर्स इकाई को अपनी दुर्भावना के साथ जारी रखने की अनुमति नहीं देंगे। उनका समय अब ​​समाप्त हो गया है।


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