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झारखंड के इस जिले की हो गई किरकिरी, 75 फीसद बच्चों को नहीं है अक्षर ज्ञान Jamshedpur News

पूर्वी सिंहभूम के 75 प्रतिशत बच्चों को अक्षर ज्ञान नहीं है। 90 प्रतिशत बच्चों को जोड़-घटाव नहीं आता है।-19 में से एक भी स्कूल कांस्य पदक के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Tue, 08 Oct 2019 12:52 PM (IST)Updated: Tue, 08 Oct 2019 12:53 PM (IST)
झारखंड के इस जिले की हो गई किरकिरी, 75 फीसद बच्चों को नहीं है अक्षर ज्ञान Jamshedpur News
झारखंड के इस जिले की हो गई किरकिरी, 75 फीसद बच्चों को नहीं है अक्षर ज्ञान Jamshedpur News

जमशेदपुर, वेंकटेश्वर राव। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिला के एक भी स्कूल कांस्य पदक के लिए दक्षता प्राप्त नहीं कर पाए। इसके लिए 22 स्कूलों ने प्रमाणीकरण के लिए निबंधन कराया था। बीपीओ (प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी) ने परीक्षा लेकर इसमें 19 स्कूल को सर्टिफाई किया था। इसके बावजूद जिले के एक भी स्कूल कांस्य पदक की दौड़ में भी शामिल नहीं हो पाए।

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इन 19 स्कूलों में से एक भी स्कूल जमशेदपुर शहर के नहीं थे। इन 19 स्कूलों का थर्ड पार्टी मूल्यांकन जब हुआ तो इस स्कूल के बच्चे खरे नहीं उतरे। मूल्यांकन के दौरान कक्षा एक से तीन तक के 75 प्रतिशत बच्चों को अक्षर ज्ञान आना आवश्यक है। कक्षा तीन से पांच तक के 90 प्रतिशत बच्चों को जोड़ घटाव आना आवश्यक है। लेकिन मूल्यांकन कार्य हुआ तो वे इसमें फेल हो गए। इस कारण एक भी स्कूल कांस्य पदक की दौड़ में शामिल नहीं हो पाए।

ये 19 स्कूल थर्ड पार्टी मूल्यांकन में हो गए फेल

चाकुलिया के प्राथमिक विद्यालय शाखाभंगा, बहरागोड़ा के मध्य विद्यालय जयपुरा, गर्वनमेंट बुनियादी स्कूल कैमी, प्रखंड मुख्यालय हिंदी मध्य विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय राजलाबांध, गुड़ाबांधा मध्य विद्यालय दांदूडीह, हाइस्कूल मिलनबिथि च्वालकाटा, घाटशिला के मध्य विद्यालय बनमाकड़ी, प्राथमिक विद्यालय देवली, चाकुलिया के डीपीईपी एनपीएस राजाबासा, अपग्रेडड मध्य विद्यालय कोलाबादिया, घाटशिला के अपग्रेडेड गर्वनमेंट हाईस्कूल जोड़ाम, मुसाबनी के मध्य विद्यालय चुडिंदा, अपग्रेडेड हिंदी हाईस्कूल चापड़ी, मध्य विद्यालय टेटाबदिया, चाकुलिया के अपग्रेडेड मध्य विद्यालय घटीडूबा, चाकुलिया के अपग्रेडेड गर्वनमेंट मध्य विद्यालय खेजुरिया, पोटका के मध्य विद्यालय भालकी, मध्य विद्यालय गितिलता।

ये कहते डीईओ

यह शर्म की बात है कि हमारे चयनित स्कूल थर्ड पार्टी मूल्यांकन में फेल हो गए। 19 स्कूलों के 75 प्रतिशत बच्चों को अक्षर ज्ञान न होने की बात मूल्यांकन के दौरान सामने आई है। 90 प्रतिशत बच्चे जोड़ घटाव नहीं कर पाए। मामले की समीक्षा की जा रही है।

- शिवेंद्र कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम।

कांस्य पदक की दौड़ के लिए ये थी शर्त

1. कक्षा एक से तीन तक के 75 प्रतिशत बच्चों को अक्षर ज्ञान आना चाहिए।

2. कक्षा तीन से पांच तक के 90 प्रतिशत बच्चों को जोड़ घटाव आना चाहिए। 


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